बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में अभी तक सिर्फ HDFC Bank के शेयर ही पिट रहे थे। लेकिन आज एक ऐसा बैंकिंग शेयर फंस गया जिसमें अभी तक दमदार तेजी बनी हुई थी। इतना ही नहीं, यह भी माना जा रहा था कि आने वाले दिन में इस शेयर में आगे जबरदस्त तेजी आ सकती है। जी हां! आप बिल्कुल सही समझ रहे हैं। हम बात कर रहे हैं फेडरल बैंक के बारे में। फेडरल बैंक के शेयरों में आज 5 फीसदी की गिरावट आई है। कारोबार के अंत में इसके शेयर 154.80 रुपए पर बंद हुए हैं। दिन भर के कारोबार के दौरान एक समय यह 153 रुपए के निचले लेवल तक चला गया था। जबकि आज का हाइएस्ट लेवल 155.60 रुपए था। फेडरल बैंक के शेयरों का 52 हफ्तों का हाई 165.80 रुपए और लो 121 रुपए है।
अब आइए जान लेते हैं कि फेडरल बैंक में अचानक गिरावट क्यों आई? अगर आपने फेडरल बैंक के शेयरों की चाल को ध्यान से देखा होगा तो इतना तो जरूर जान गए होंगे कि फेडरल बैंक में एक रैली आई थी। और इस रैली के दम पर फेडरल बैंक के शेयर 145 के लेवल से बढ़कर 165 रुपए तक पहुंच गए थे। सिर्फ एक हफ्ते की चाल देखें तो भी इस शेयर में 10 फीसदी की तेजी आ चुकी थी। लेकिन एक दिन में ही आज यह 5 पर्सेंट टूट गया। अब हम आपको इस गिरावट की असल वजह बताते हैं।
दरअसल कुछ दिन पहले यह खबर आई थी कि KVS मनियन फेडरल बैंक के MD बन सकते हैं। माना जा रहा था कि फेडरल बैंक ने KVS मनियन को शॉर्ट लिस्ट किया है। इससे पहले KVS मनियन को कोटक महिंद्रा बैंक के MD पद के लिए फ्रंट रनर माना जा रहा था। जब यह बात शुरू हुई थी कि उदय कोटक को कोटक महिंद्रा बैंक से निकलना होगा तभी KVS मनियन को MD बनाने की चर्चा थी। लेकिन इसमें RBI ने इसमें अड़ंगा लगा दिया कि MD पद के लिए किसी बाहरी शख्स को ही लाना होगा। जिसके बाद यह खबर आने लगी कि KVS मनियन फेडरल बैंक के MD बन सकते हैं। लेकिन अब कोटक महिंद्रा बैंक ने KVS मनियन को ज्वाइंट MD बना दिया है।
कोटक महिंद्रा बैंक ने स्टॉक एक्सचेंजों को बताया है कि बैंक के मौजूदा होल टाइम डायरेक्टर केवीएस मनियन को प्रमोशन देकर ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया है। जबकि एक और होल टाइम डायरेक्टर शांति एकमबरम को बैंक का डिप्टी एमडी बनाया गया है। फेडरल बैंक ने भारतीय रिजर्व बैंक को यह नाम सौंप दिया था। फेडरल बैंक अब भारतीय रिजर्व बैंक को तीन अन्य नाम सौंपने वाला है। कोच्चि के फेडरल बैंक ने सकसेशन प्लैनिंग के तहत नए अधिकारियों की नियुक्ति का फैसला किया है।
फेडरल बैंक के मौजूदा MD और CEO श्याम श्रीनिवासन साल 2010 से पद पर हैं और वह इस साल 22 सितंबर को पद छोड़ने वाले हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशों के मुताबिक कोई सीईओ किसी बैंक के साथ 15 साल तक रह सकता है, अगर वह उसका प्रमोटर नहीं है। इस आधार पर श्रीनिवासन बैंक में 1 साल और CEO के पद पर रह सकते थे लेकिन रिजर्व बैंक ने इस बारे में उनका आवेदन खारिज कर दिया है। फेडरल बैंक ने श्याम श्रीनिवासन के साथ ही KVS मनियन का भी नाम दिया है। और RBI इस पर अपना फैसला अक्टूबर में सुनाने वाला है।
तो पूरा मामला ये है कि कोटक महिंद्रा बैंक में KVS मनियन को प्रमोशन देकर ज्वाइंट MD बनाने की खबर से फेडरल बैंक को लेकर निवेशकों का सेंटीमेंट कमजोर हो गया. जिसकी वजह से यह गिरावट आई है। लेकिन यह भी उम्मीद है कि अक्टूबर में जब RBI KVS मनियन के नाम पर हरी झंडी दिखाएगा तो वह फेडरल बैंक के MD-CEO बनने का मौका नहीं छोड़ेंगे।