Entero Healthcare IPO Listing: हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर एंटेरो हेल्थकेयर (Entero Healthcare) के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में शानदार एंट्री हुई। इसके आईपीओ को मिला-जुला रिस्पांस मिला था और हर कैटेगरी के निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा भर नहीं पाया था। ओवरऑल यह करीब डेढ़ गुना सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत 1258 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 1245.00 रुपये और NSE पर 1,228.70 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को लिस्टिंग गेन तो नहीं मिला लेकिन बल्कि 2 फीसदी से अधिक घाटा ही हो गया।
हालांकि लिस्टिंग के बाद शेयरों की खरीदारी बढ़ी और भाव को सपोर्ट मिला। उछलकर BSE पर यह 1244.00 रुपये (Entero Healthcare Share Price) पर पहुंच गया लेकिन निवेशक अभी भी 1 फीसदी से अधिक घाटे में हैं। हालांकि एंप्लॉयीज मुनाफे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर 119 रुपये के डिस्काउंट पर मिला है।
Entero Healthcare IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
एंटेरो हेल्थकेयर का 1600 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 9-13 फरवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और हर कैटेगरी फुल सब्सक्राइब नहीं हो पाया था। ओवरऑल यह 1.53 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 2.28 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 0.22 गुना और खुदरा निवेशकों का आरक्षित हिस्सा 1.33 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 1.25 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत 1000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 47,69,475 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, लॉन्ग टर्म की वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, अधिग्रहण और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
वर्ष 2018 में बनी एंटेरो हेल्थकेयर सॉल्यूशंस देश में हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स की डिस्ट्रीब्यूटर है। यह फार्मेसी, हॉस्पिटल्स और क्लिनिक्स को हेल्थकेयर प्रोडक्ट डिस्ट्रीब्यूशन सर्विसेज मुहैया कराती है। मार्च 2023 तक के आंकड़ों के हिसाब से 1900 से अधिक हेल्थकेयर प्रोडक्ट मैनुफैक्चरर्स के साथ इसके कारोबारी संबंध हैं और एंटेरो हेल्थकेयर ने इन्हें 64500 से अधिक प्रोडक्ट स्टॉक-कीपिंग यूनिट्स का एक्सेस दिया हुआ है। देश के 19 राज्यों और एक यूनियन टेरिटरी के 37 शहरों में इसके 73 वेयरहाउसेज हैं।। मार्च 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसके नेटवर्क में 495 जिलों के 81400 से अधिक फार्मेसी और 3400 अस्पताल हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2021 में इसे 15.35 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। अगले वित्त वर्ष 2022 में इसका घाटा और बढ़कर 29.44 करोड़ रुपये हो गया लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2023 में यह थोड़ा नीचे आया और 11.10 करोड़ रुपये रह गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना करीब 57 फीसदी की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से उछलकर 3,305.72 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2023 में कंपनी को 11.64 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 1,898.98 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।