Capital SFB IPO Listing: नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) जन स्मॉल फाइनेंस बैंक (Capital SFB) के शेयरों की लिस्टिंग ने आज आईपीओ निवेशकों को निराश किया है। इसका आईपीओ ओवरऑल 4 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत 468 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 435.00 रुपये और NSE पर भी 430.25 रुपये के भाव पर एंट्री हुई यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर उन्हें 7 फीसदी से अधिक घाटा हो गया। हालांकि डिस्काउंट पर लिस्टिंग के बाद शेयर ऊपर चढ़े और उछलकर यह 462.95 रुपये (Capital SFB Share Price) तक पहुंच गया। हालांकि दिन के आखिरी में यह 434.30 रुपये पर बंद हुआ है यानी कि पहले दिन आईपीओ निवेशक 7 फीसदी घाटे में हैं।
Capital SFB IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक का 523.07 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 7-9 फरवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 4.17 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 6.86 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 4.23 गुना और खुदरा निवेशकों का आरक्षित हिस्सा 2.60 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत 450 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 73.07 करोड़ रुपये के 15,61,329 शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल मैनुफैक्चरिंग यूनिट लगाने, कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
वर्ष 2015 में कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक देश की पहली नॉन-एनबीएफसी माइक्रोफाइनेंस एंटिटी बन गई जिसे एसएफबी का लाइसेंस मिला। इसकी गांवों और अर्द्ध-शहरी इलाकों में दमदार मौजूदगी है। इसका टारगेट मिडिल-इनकम सेगमेंट पर है जिनकी सालाना आय 4-50 लाख रुपये है। इसकी देश के पांच राज्यों और एक यूनियन टेरिटरी में मौजूदगी है। इसका मुख्यालय पंजाब के जालंधर में है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसकी सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 40.78 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 62.57 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में 93.60 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 14 फीसदी से अधिक चक्रवृद्धि दर (CAGR) से उछलकर 725.48 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2023 में कंपनी को 54.39 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 415.22 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।