Wipro Share Price : आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो (Wipro) ने अपने प्रतिस्पर्धियों के बीच सबसे कमजोर ग्रोथ दर्ज की। कंपनी के मुनाफे और आय में गिरावट और Q3 के लिए गाइडेंस कमजोर रहा है। इससे एनालिस्ट को लगता है कि विप्रो की FY24 टॉपलाइन वृद्धि टियर -1 आईटी सेवा फर्मों में सबसे कम में से एक होगी। ऐसी फर्मों में टीसीएस (TCS) और इंफोसिस (Infosys) भी शामिल हैं। हालांकि अधिकांश ब्रोकरेज विप्रो को लेकर बुलिश नहीं हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि स्टॉक वैल्यूएशन उचित है इसलिए इसकी रेटिंग को नहीं घटाया है। आज सुबह 9:32 बजे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर विप्रो का शेयर 392.80 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि अच्छी डील हासिल करने के बावजूद, तीसरी तिमाही में नरमी जारी रहने की उम्मीद है। इसकी वजह ये है कि कंपनी ने कॉन्स्टैंट करेंसी में -1.5 से -3.5 प्रतिशत के बीच रेवन्यू परफॉर्मेंस के लिए गाइडेंस दिया है।
ब्रोकरेज ने कहा, " कई क्षेत्रों में विप्रो की व्यापक उपस्थिति को देखते हुए कन्वर्जन एक चुनौती है क्योंकि इंडस्ट्री सतर्कता बरत रही है और खर्च को दोबारा प्राथमिकता दे रहे हैं।"
मोतीलाल ओसवाल ने 418 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ स्टॉक पर "न्यूट्रल" कॉल बनाए रखी है। ब्रोकरेज का कहना है कि वे आईटी फर्म की ताजा रणनीति की प्रतीक्षा कर रहे हैं। वे स्टॉक पर ज्यादा कंस्ट्रक्टिव होने से पहले पिछले दशक में इसके संघर्ष से एक सफल टर्नअराउंड का इंतजार कर रहे हैं।
एचएसबीसी ने कहा कि विप्रो पर निस्संदेह रुपये से डिमांड में कमी और बाजार हिस्सेदारी घटने के स्पष्ट संकेतों का असर हुआ है।
एचएसबीसी ने 350 रुपये प्रति शेयर के लोअर टारगेट के साथ स्टॉक पर "होल्ड" रेटिंग बनाए रखीं है। उन्होंने कहा, "विप्रो कम वैल्यूएशन और कमजोर बिजनेस ट्रैक्शन के बीच फंस गया है।"
नोमुरा ने भी 400 रुपये के टारगेट प्राइ के साथ विप्रो पर "होल्ड" कॉल दी है। उन्होंने कहा कि कंपनी की गैरजरूरी डिमांड कमजोर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि तीसरी तिमाही के गाइडेंस से पता चलता है कि कमजोरी जारी रहने की उम्मीद है।
गोल्डमैन सैक्स ने विप्रो पर बेयरिश नजरिया पेश किया है। इन्होंने 380 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ काउंटर पर "बिकवाली" की सलाह दी है।
अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज फर्म के अनुसार, आईटी फर्म का तिमाही आधार पर Q3 रेवन्यू गाइडेंस -3.5 से -1.5 प्रतिशत रेवन्यू ग्रोथ में और मंदी का संकेत दे रहा है।
इन्होंने FY24-26 EBIT/EPS अनुमानों में 8 प्रतिशत तक की कटौती की है।
Nuvama Institutional Equities ने कहा कि विप्रो अपने प्रतिस्पर्धियों से कमजोर प्रदर्शन करेगी। इसका मुख्य कारण डील मिलने और टॉप-लाइन ग्रोथ के बीच समन्वय कम दिखाई दे रहा है।
उन्होंने 390 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ स्टॉक पर "होल्ड" कॉल को बरकरार रखा है। उन्होंने कहा "स्टॉक का सस्ता वैल्यूएशन और हाई डिविडेंड यील्ड मध्यम अवधि में गिरावट की संभावना को सीमित कर सकता।"
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