Stocks on Broker's Radar: सीएनबीसी-आवाज़ निवेशकों के लिए रोजाना बड़े और दिग्गज ब्रोकरेज हाउसेज के निवेश टिप्स प्रस्तुत करते हैं जिससे उनको शेयरों पर निवेश करने की सटीक सलाह प्राप्त हो सके और मुनाफा हो सके। इसके साथ ही इन शेयरों पर मुनाफा कमाने के लिए ब्रोकरेज हाउसेज ने क्या रणनीति अपनाई है ये भी बताते हैं। आज ब्रोकरेज हाउसेज ने अपने रडार पर डॉ रेड्डीज, मैक्स हेल्थ, कोफोर्ज और विप्रो के शेयर को शामिल किया है। डॉ रेड्डीज पर एंटिक ने बिकवाली की रेटिंग दी है। वहीं मैक्स हेल्थ पर मैक्वायरी ने अंडरवेट रेटिंग दी है। आईटी सेक्टर के कोफोर्ज और विप्रो पर ब्रोकरेज हाउसेज ने क्रमशः खरीदारी और अंडरवेट रेटिंग दी है।
एंटिक ने डॉ रेड्डीज पर बिकवाली की रेटिंग दी है। उन्होंने इसके शेयर का लक्ष्य 4,766 रुपये प्रति शेयर तय किया है। उनका कहना है कि हैदराबाद प्लांट को USFDA से 10 आपत्तियां मिली हैं। कुछ आपत्तियां गंभीर हैं, इसके लिए वॉर्निंग लेटर मिल सकता है। माइक्रोबायल मिलावट, डेटा इंटिग्रिटी जैसी शिकायतें देखने को मिल रही हैं। कंपनी के लिए हैदराबाद प्लांट बेहद अहम है। अमेरिका से रेवेन्यू में हैदराबाद प्लांट की 30% हिस्सेदारी है। कंपनी के 10 में से 4 बड़े प्रोडक्ट हैदराबाद प्लांट में बनते हैं।
मैक्वायरी ने मैक्स हेल्थ पर अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है। इसके शेयर का लक्ष्य 465 रुपये प्रति शेयर तय किया है। उनका कहना है कि कंपनी ने रणनीति के तहत सहारा हॉस्पिटल का अधिग्रहण किया है। कंपनी द्वारा अधिग्रहण 940 करोड़ रुपये में करने का अनुमान है। कंपनी प्रबंधन को ऑपरेशन और फाइनेंशियल परफॉर्मेंस में शीघ्र सुधार की उम्मीद है। मैनेजमेंट को उम्मीद है कि अधिग्रहण अगले 2-3 महीनों में पूरा हो जाएगा।
जेफरीज ने कोफोर्ज पर खरीदारी की रेटिंग दी है। इसके शेयर का लक्ष्य 6,580 रुपये तय किया है। उनका कहना है कि मैनेजमेंट को उम्मीद है कि ग्रोथ उनके 13-16% गाइडेंस के निचले स्तर पर रहेगी। तीसरी तिमाही में लंबी छुट्टियों के बावजूद उनके 13-16% गाइडेंस के निचले स्तर पर ग्रोथ की उम्मीद है। हालिया डील होने के बाद मैनेजमेंट को वित्त वर्ष 2015 में इसी तरह की ग्रोथ की उम्मीद है। इसके अलावा कंपनी ने लागत कम करने पर भी अपना फोकस रखा है।
मॉर्गन स्टैनली ने विप्रो पर अंडरवेट रेटिंग दी है। उन्होंने इसके शेयर का लक्ष्य 370 रुपये प्रति शेयर तय किया है। उनका कहना है कि कंपनी ने अपने चीफ ग्रोथ ऑफिसर के इस्तीफे की घोषणा की है। पिछले 12 महीनों में सीनियर मैनेजमेंट का कंपनी से बाहर निकलना निवेशकों के लिए चिंता का विषय रहा है। चीफ ग्रोथ ऑफिसर की बड़ी डील टीम के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका थी।
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