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Momentum Investing में ये 3 टिप्स कराएंगे सबसे ज्यादा कमाई; जल्दी प्रॉफिट के साथ ही जल्दी लॉस के लिए भी रहें अलर्ट

Momentum Investing में इनवेस्टर्स को जल्दी पैसा बनाने का मौका मिलता है। लेकिन बिना किसी नियम के मूमेंटम के पीछे भागने से आपका पोर्टफोलियो बर्बाद भी हो सकता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 11, 2022 पर 2:03 PM
Momentum Investing में ये 3 टिप्स कराएंगे सबसे ज्यादा कमाई; जल्दी प्रॉफिट के साथ ही जल्दी लॉस के लिए भी रहें अलर्ट
टेक्विटी इनवेस्टिंग के फाउंडर और सीआईओ अभिनीत कुलकर्णी ने मूमेंटम इनवेस्टिंग की खूबियों और खामियों के बारे में विस्तार से बताया है

Momentum Investing : स्टॉक मार्केट से जुड़े गुजरातियों के बीच एक चर्चित कहावत है- ‘बढ़ते हुए को खरीदो, जो गिर रहा है उसमें बिकवाली करो।’ इसका मतलब है कि ऐसे स्टॉक में खरीदारी बेहतर है जिसमें तेजी बनी हुई हो और इसके विपरीत कीमतों में गिरावट की स्थिति में बिकवाली करनी चाहिए। यकीनन इसे ही मूमेंटम इनवेस्टिंग (momentum investing) या ट्रेडिंग कहा जाता है। टेक्विटी इनवेस्टिंग के फाउंडर और सीआईओ अभिनीत कुलकर्णी ने मनीकंट्रोल के लिए लिखे एक लेख में ये बातें कही हैं।

इनवेस्टिंग और ट्रेडिंग में फर्क टाइमफ्रेम या समयसीमा का है, जिसके लिए आप एसेट्स को होल्ड करने का इरादा रखते हैं। यदि आप दिग्गज इनवेस्टर्स की बात को सुनें तो अच्छे स्टॉक्स को हमेशा के लिए होल्ड करना अच्छा होता है। यह सुनने में अच्छा लगता है, लेकिन इस तरह की योजना को लागू करना आसान नहीं होता है।

वैल्यू और ग्रोथ इनवेस्टिंग पर अक्सर होती है बहस

बाजार में तेजी के दौरान अक्सर वैल्यू और ग्रोथ इनवेस्टिंग के फायदों को लेकर बहस होती दिखती है। दोनों के बीच बुनियादी अंतर सोच का है। ग्रोथ इनवेस्टर्स अच्छी कारोबारी संभावनाओं को खोजते हैं। ज्यादा राजस्व से ही ज्यादा प्रॉफिट मिलता है और इसीलिए स्टॉक्स में तेजी आती है।

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