बजट 2023 में नये टैक्स रीजीम (new tax regime) को बढ़ावा देने के लिए ऐलान किया गया कि 1 अप्रैल, 2023 को या उसके बाद जारी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसीज जिनका कुल प्रीमियम 5 लाख रुपये से ज्यादा है, केवल ऐसी पॉलिसीज में होने वाली इनकम को ही टैक्स से छूट दी जाएगी। हालांकि इसमें यूलिप पॉलिसीज को शामिल नहीं किया गया है। लेकिन इंश्योरेंस सेक्टर के विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार का ये फैसला इंश्योरेंस सेक्टर के लिए एक झटका साबित हो सकता है। उनका कहना है कि कई टैक्सपेयर्स इंश्योरेंस पॉलिसी को सिर्फ सेक्शन 80 सी के डिडक्शन का लाभ उठाने के लिए खरीदते हैं। लेकिन ये नहीं मिलने से आगे इंश्योरेंस कंपनियों के कारोबार पर असर होने की आशंका है।
कल बजट डे को इसकी घोषणा होने के समय इंश्योरेंस स्टॉक्स में जोरदार गिरावट देखने को मिली थी। जिससे इंश्योरेंस सेक्टर के स्टॉक्स में 14 प्रतिशत तक की कमजोरी नजर आई थी। अब जानते हैं ब्रोकरेज हाउसेज का आज इन स्टॉक्स पर क्या है नजरिया-
JEFFERIES ON LIFE INSURANCE
जेफरीज ने लाइफ इंश्योरेंस पर राय देते हुए कहा कि बजट में इंश्योरेंस सेक्टर पर दिये गये प्रस्ताव से बीमा प्रोडक्ट की बिक्री असर दिखेगा। प्रोसिड पर टैक्स लगेगा या फिर सिर्फ गेन पर टैक्स लगेगा इसे स्पष्ट किया जाना जरूरी है। इसके साथ ही इसे साफ किया जाना चाहिए कि क्या Indexation Benefit मिलेगा या नहीं। इस पर ओवरहैंग से स्टॉक्स नीचे आ सकते हैं।
सीएलएस ने इंश्योरेंस सेक्टर पर राय देते हुए हुए कहा कि उन्होंने लाइफ इंश्योरेंश का कवरेज घटाकर 25-35% किया है। इसके साथ ही इन्होंने तमाम इंश्योरेंस स्टॉक्स पर अपनी रेटिंग्स घटाई है।
सीएलएसए ने एचडीएफसी लाइफ पर रेटिंग को घटाकर बिकवाली की राय दी है।
सीएलएसए ने मैक्स फाइनेंशियल्स पर रेटिंग को घटाकर खरीदारी से अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है।
सीएलएसए ने आईसीआईसीआई प्रू पर रेटिंग को घटाकर खरीदारी से आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है।
सीएलएसए ने एसबीआई लाइफ पर रेटिंग को घटाकर खरीदारी से आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है।
(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें। )