टीसीएस (TCS) की तीसरी तिमाही का परफॉर्मेंस अनुमानों से बेहतर रहा है। संबंधित अवधि में कंपनी के रेवन्यू में तिमाही आधार पर 1 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई, जबकि ब्रोकरेज फर्म ने 0.8 पर्सेंट रेवन्यू ग्रोथ का अनुमान जताया था। BSNL के साथ कंपनी की डील को बढ़ाए जाने से उसकी रेवन्यू ग्रोथ बेहतर हुई। हालांकि, खर्चों में बढ़ोतरी और क्लाइंट से जुड़ी प्राथमिकताओं में बदलाव से यह थोड़ा सीमित हो गया।
ऑपरेशन के मोर्चे पर बेहतर परफॉर्मेंस की वजह से संबंधित तिमाही में कंपनी का EBITM 0.70 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 25 पर्सेंट हो गया, जबकि ब्रोकरेज फर्म ने EBITM 24.7 पर्सेंट रहने का अनुमान जताया था। सब-कॉन्ट्रैक्टर संबंधी खर्च में कमी और करेंसी में कमजोरी रुकने की वजह से EBITM अनुमान से बेहतर रहा। संबंधित अवधि में कंपनी की डील का दायरा काफी व्यापक रहा और इसमें कॉस्ट का काफी ध्यान रखा गया।
मैक्रो इकोनॉमिक मोर्चे पर अनिश्चितताओं को ध्यान में रखते हुए TCS का मैनेजेमेंट निकट भविष्य को लेकर काफी सतर्क है और कंपनी ने रिकवरी के लिए किसी समयसीमा का ऐलान नहीं किया है। हालांकि, मैक्रो इकोनॉमिक मोर्चे पर स्थिति ठीक होने के बाद कंपनी को रेवेन्यू ग्रोथ के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है। ब्रोकरेज फर्म ने TCS का टारगेट प्राइस 3,900 रुपये प्रति शेयर पर स्थिर रखा है और इसके लिए 'रिड्यूस' रेटिंग भी बरकरार रखी है।
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