जेफरीज (Jefferies) का कहना है कि रेवन्यू में दो तिमाहियों की गिरावट के बाद भारतीय आईटी सेक्टर की कुछ सबसे बड़ी कंपनियों की आय में थोड़ी वृद्धि देखने को मिल सकती है। ब्रोकरेज फर्म के एनालिस्ट्स ने सितंबर में अपने कवरेज के तहत कंपनियों के रेवन्यू में तिमाही आधार पर 0.5 प्रतिशत की वृद्धि की भविष्यवाणी की है। कंप्यूटर सर्विसेस और आईटी कंसल्टिंग सेक्टर पर अपनी नवीनतम रिपोर्ट में, ब्रोकरेज ने लिखा है कि इस सेक्टर का वैल्यूएशन अच्छा है। लेकिन वे चुनिंदा पिक पर दांव लगायेंगे। उन्होंने केवल इंफोसिस (Infosys) और कोफोर्ज (Coforge) पर 'बाय' कॉल दी है। एनालिस्ट्स ने पिछले दो महीनों में निफ्टी के मुकाबले निफ्टी आईटी के 7 प्रतिशत बेहतर प्रदर्शन की ओर इशारा किया।
जेफरीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा “हमने नोट किया है कि चुनौतीपूर्ण मांग के माहौल को देखते हुए ग्रोथ अभी भी सॉफ्ट है। लेकिन उम्मीद है कि ग्रोथ में थोड़ी वृद्धि के लिए कुछ स्टैबिलाइजेशन और डील रैंप-अप्स होंगे। लार्ज साइज वाली आईटी कंपनियों के बीच, हम उम्मीद करते हैं कि रेवन्यू ग्रोथ तिमाही आधार पर -1 प्रतिशत और +1 प्रतिशत के बीच होगी। हमें उम्मीद है कि Infosys (+1 प्रतिशत तिमाही) ग्रोथ में सबसे आगे रहेगी। जबकि टेक महिंद्रा (TechM) (-1 प्रतिशत तिमाही) और Wipro (-1 प्रतिशत तिमाही) आधार पर पिछड़ने की आशंका है।''
उन्होंने कहा कि मीडियम साइज की फर्मों के बीच, उन्हें उम्मीद है कि Coforge 2.5 प्रतिशत तिमाही ग्रोथ के साथ सबसे आगे रहेगा। LTIM में ग्रोथ 1 प्रतिशत तिमाही आधार पर नरम रहेगी। रिपोर्ट में कहा गया है, “कई बड़े सौदे की घोषणाओं को देखते हुए TCS/Infosys और HCLTech के लिए कुल कॉन्ट्रैक्ट मूल्य (Deal TCV ) मजबूत रहने की संभावना है। लेकिन अन्य कंपनियों के लिए ये नरम रहेगी।”
दूसरी तिमाही में मार्जिन सपाट रहने की उम्मीद
जेफरीज को उम्मीद है कि दूसरी तिमाही में कंपनियों के लिए मार्जिन सपाट रहेगा। "धीमी ग्रोथ के साथ मार्जिन विस्तार के लिए सीमित गुंजाइश होगी"। जबकि उन्होंने TCS, Infosys और HCLTech के लिए 20-40 bps मार्जिन विस्तार की उम्मीद जताई है। वहीं वेतन वृद्धि के कारण LTIM के लिए 170 बीपीएस और रेवन्यू घटने के कारण TechM के लिए 80 बीपीएस तक मार्जिन कम होने का अनुमान है। वहीं रेवन्यू में गिरावट के कारण Wipro का मार्जिन 30 बीपीएस तक घट सकता है।
जेफरीज ने कहा “टीसीएस के लिए हम बायबैक और नई लीडरशिप के तहत रणनीतिक दिशा पर फोकस की उम्मीद करते हैं। इंफोसिस के लिए फोकस लीडरशिप मंथन और उसके मार्जिन कार्यक्रम पर होगा। टेक महिंद्रा के लिए नए सीईओ की रणनीति और मार्जिन रिकवरी पर फोकस रहेगा। कोफोर्ज के लिए बैरिंग्स हिस्सेदारी बिक्री के बाद एक्जीक्यूशन पर फोकस किया जाएगा।''
उन्होंने कहा “हम HCLTech को छोड़कर किसी भी कंपनी के लिए वित्त वर्ष 2024 के गाइडेंस में किसी बदलाव की उम्मीद नहीं करते हैं। ”
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