Exicom Tele-Systems IPO : EV चार्जर बनाने वाली कंपनी एक्सिकॉम टेली-सिस्टम्स फरवरी 2024 के अंत तक अपना आईपीओ लाने जा रही है। CNBCTV18 ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इश्यू के लिए प्राइस बैंड करीब 140-145 रुपये प्रति शेयर हो सकता है। इसका मतलब है कि लिस्टिंग के बाद मार्केट कैप 1750 करोड़ रुपये होगा। कंपनी ईवी चार्जर्स मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट में एंट्री करने वाली पहली कंपनियों में से एक है। 31 मार्च 2023 तक रेसिडेंशियल और पब्लिक चार्जिंग सेगमेंट में इसकी बाजार हिस्सेदारी 60 फीसदी और 25 फीसदी थी। इसके अलावा, इसने भारत में 400 स्थानों पर 35000 से अधिक ईवी चार्जर तैनात किए हैं।
Exicom Tele-Systems का बिजनेस
एक्सिकॉम टेली-सिस्टम्स एक पावर मैनेजमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइडर है। यह दो बिजनेस वर्टिकल के तहत काम करती है। पहला है EV चार्जर बिजनेस, जिसके जरिए कंपनी भारत में रेसिडेंशियल, बिजनेस और पब्लिक चार्जिंग के लिए स्मार्ट चार्जिंग सिस्टम प्रोवाइड करती है। दूसरा बिजनेस वर्टिकल पावर सॉल्यूशन बिजनेस है, जिसमें यह भारत और विदेशों में टेलीकॉम साइटों और एंटरप्राइज एनवायरनमेंट में ओवरऑल एनर्जी मैनेजमेंट प्रोवाइड करने के लिए डिजिटल इन्फ्रॉस्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी को डिजाइन, मैन्युफैक्चर और सर्विस प्रोवाइड करती है।
Exicom Tele-Systems कहां करेगी फंड का इस्तेमाल
एक्सिकॉम टेली-सिस्टम्स आईपीओ के माध्यम से जुटाए गए फंड का उपयोग तेलंगाना में एक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थापित करने और उधार चुकाने के लिए करेगी। इसके साथ ही, अत्याधुनिक R&D फैसिलिटी में निवेश करने और वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने में भी खर्च करने की योजना है।
CNBCTV18 के अनुसार लिस्टेड कंपनी एचडीएफसी के पास एक्सिकॉम टेली-सिस्टम्स में 8.19 फीसदी हिस्सेदारी है। नेक्स्टवेव कम्युनिकेशंस और विंसन ब्रदर्स के पास कंपनी में 71 फीसदी और 14 फीसदी हिस्सेदारी है।
Exicom Tele-Systems का फाइनेंशियल
वित्तीय मोर्चे पर FY23 में ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू 16 फीसदी घटकर 707.93 करोड़ रुपये हो गया, जबकि प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स एक साल पहले की अवधि की तुलना में 24 फीसदी बढ़कर 6.37 करोड़ रुपये हो गया। FY23 में RoCE घटकर 10.92 फीसदी हो गया, जो FY22 में 17.66 फीसदी था। FY23 में विदेशी ग्राहकों ने ऑपरेशन से कुल रेवेन्यू में 8.79 फीसदी का योगदान दिया। CPS बिजनेस से रेवेन्यू FY23 में घटकर 68.33 फीसदी हो गया, जो FY22 में 91.56 फीसदी था। वहीं, इसी अवधि में ईवी चार्जर बिजनेस से रेवेन्यू 8.44 फीसदी से बढ़कर 31.67 फीसदी हो गया।
भारतीय ईवी इंडस्ट्री में ग्रोथ की संभावना
भारतीय ईवी इंडस्ट्री दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश में ईवी को बढ़ावा देने की सरकार की योजना का ऐलान किया है। मंत्री ने 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा, "हम पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेक्टर में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए ईवी इकोसिस्टम का विस्तार करेंगे।"