Vande Bharat: इंडियन रेलवे एक के बाद एक देश भर में वंदे भारत ट्रेनें (Vande Bharat Trains) लॉन्च कर रहा है। इसके साथ ही रेलवे फीडबैक के आधार पर वंदे भारत ट्रेनों में बदलाव भी कर रहा है। इस बीच वंदे भारत ट्रेन में कई अहम बदलाव हुए हैं। रेलवे नें ऑरेंज कलर यानी भगवा रंग की वंदे भारत ट्रैक पर दौड़ा दी है। इस ट्रेन को चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री से पटरी पर उतारा गया है। हालांकि ये कब किस रूट पर चलेगी इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। यह आधुनिक सुविधाओं से लैस है। इसके फीचर्स में कई हम बदलाव किए गए हैं।
वंदे भारत ट्रेन में लगे चीते के लोगों में बदलाव किया गया है। इसके साथ ही इसके फीचर्स में करीब 25 बदलाव किए गए हैं। इस बात की जानकारी रेलवे ने पहले ही शेयर कर दी थी। कहा जा रहा है कि भविष्य में इसी तरह की वंदे भारत ट्रेनें लॉन्च की जाएंगी।
ऑरेंज कलर की नई वंदे भारत ट्रेन के फीचर्स में बदलाव
नई वाली वंदे भारत पुरानी वाली वंदे भारत से कई मामलों में बेहतर होगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 8 कोच वाली नई वंदे भारत ट्रेन का बाहरी रूप भगवा रंग का होगा। इसमें सीटिंग अरेंजमेंट से लेकर टॉयलेट की लाइट्स में भी काफी बदलाव किए गए हैं। यात्रियों के लिए रेक्लाइन चेयर पर सफर और भी आरामदायक होगा, बेहतर चार्जिंग व्यवस्था मिलेगी। वॉशबेसिन की गहराई बढ़ाई गई है। सीट का रिक्लाइनिंग ऐंगल बढ़ाया गया है। चार्जिंग पॉइंट की खामियों को ठीक किया गया है। एग्जिक्यूटिव कार में सीट का कलर लाल से सुनहरा नीला किया गया है। ड्राइविंग ट्रेलर कोच में व्हीलचेयर के लिए सिक्योरिंग पॉइंट दिए गए हैं। टॉयलेट्स में लाइट 1.5 से बढ़ाकर 2.5 वॉट की गई है।
इस दिन लांच होगी नई वंदे भारत
खबर है कि 19 अक्टूबर को भगवा रंग में रंगी वंदे भारत एक्सप्रेस नजर आने वाली हैं। चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में ही इसे भी बनाया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पहले ही वंदे भारत एक्सप्रेस के इस नए रंग के बारे में बता चुके थे। साथ ही उन्होंने जानकारी दी थी कि यह 'तिरंगे' पर आधारित होगा। हालांकि यह किस रूट पर चलेगी और इसका किराया कितना होगा इसके बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
2019 में लांच हुई थी पहली वंदे भारत
बता दें कि 15 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली वंदे एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। मौजूदा समय में देश भर में कुल 23 वंदे भारत ट्रेन चल रही हैं। नए-नए रूट्स पर इसकी शुरुआत के साथ-साथ इंडियन रेलवे इस मेड-इन-इंडिया सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन की सुविधा और लुक को बेहतर बनाने के लिए लगातार कोशिश में जुटा हुआ है।