Punjab Election Result 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता ने पहली बार 12 एमबीबीएस डॉक्टरों को विधायक बना दिया है। इतिहास में पहली बार 12 एमबीबीएस डॉक्टरों ने अपने विरोधियों को हराकर पंजाब विधानसभा में अपनी जगह बनाई है। कुल 12 डॉक्टरों में से नौ आम आदमी पार्टी (AAP) और एक-एक शिरोमणि अकाली दल (SAD), कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के हैं।
पंजाब विधानसभा चुनाव में जिन डॉक्टरों ने जीत दर्ज की है उनमें तरण तरन से डॉ. कश्मीर सिंह सोहल, चमकौर साहिब से डॉ चरणजीत सिंह, अमृतसर पूर्व से डॉ इंदरबीर निज्जर, मलौत से डॉ बलजीत कौर, मानसा से डॉ विजय सिंगला, मोगा से डॉ अमनदीप कौर अरोड़ा, शाम चौरासी से डॉ रवजोत सिंह और पटियाला ग्रामीण से डॉ बलबीर सिंह शामिल हैं। ये सभी विधायक आम आदमी पार्टी के हैं। इसके अलावा नवांशहर से बीएसपी के डॉ नछत्तर पाल और बंगा निर्वाचन क्षेत्र से शिअद के डॉ शुकविन्दर कुमार सुखी जीते हैं।
पंजाब में 92 सीटें जीत कर AAP सत्ता में आई
पंजाब में आम आदमी पार्टी ने गुरुवार 10 मार्च को हुई मतगणना में राज्य विधानसभा की 117 में से 92 सीटों पर जीत दर्ज की और कांग्रेस तथा शिरोमणि अकाली दल-बसपा गठबंधन को काफी पीछे छोड़ दिया। इस चुनाव में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के कद्दावर नेता प्रकाश सिंह बादल, उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू जैसे बड़े नेता को शिकस्त का सामना करना पड़ा।
आप ने जहां राज्य में तीन चौथाई सीटों पर जीत हासिल की है, वहीं कांग्रेस को 18, शिअद को 3, बीजेपी को दो और बहुजन समाज पार्टी को 1 सीट से संतोष करना पड़ा है। एक निर्दलीय प्रत्याशी ने भी चुनाव जीता है। आप अब दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार के बाद देश के एक और राज्य में सरकार बनाएगी।
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में पार्टी के प्रदर्शन को ‘क्रांति’ करार दिया, वहीं उनकी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि आप आने वाले दिनों में राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के विकल्प के रूप में उभरेगी। कांग्रेस ने 1992 के विधानसभा चुनाव में 87 सीटें जीती थीं, जो 1966 में पंजाब के पुनर्गठन के बाद सबसे अधिक सीटें थीं।
दिग्गजों को करना पड़ा हार का सामना
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी चमकौर साहिब और भदौर दोनों ही विधानसभा सीटों से पराजित हो गए। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्रियों प्रकाश सिंह बादल और अमरिंदर सिंह को भी हार का सामना करना पड़ा है। अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल भी हार गए। कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और पंजाब सरकार के कई मंत्रियों को शिकस्त का सामना करना पड़ा।
आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने धूरी से 58,206 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। मान ने कहा कि पंजाब के नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह नवांशहर जिले के महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के पैतृक गांव खटकर कलां में होगा।
पंजाब में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटों पर जीत दर्ज करने के साथ 10 साल से सत्तासीन अकाली दल-बीजेपी गठबंधन की सरकार को सत्ता से बेदखल किया था। उस चुनाव में आप को 20 सीटें मिली थीं, वहीं अकाली दल-बीजेपी के खाते में 8 सीटें आई थीं।