मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के हरदा (Blast in Harda) में स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को जोरदार धमाका हुआ। विस्फोट के कारण फैक्ट्री परिसर को काफी नुकसान हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि हरदा शहर में पटाखा फैक्ट्री में आग लगने की घटना में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 200 लोग घायल हैं। आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की दर्जनों गाड़ियां घटनास्थल पर मौजूद हैं। एक अधिकारी ने बताया कि कारखाने और उसके आसपास कई लोगों के फंसे होने की भी आशंका है।
घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं जिसमें घटनास्थल पर रुक-रुक कर हो रहे धमाके के साथ ऊंची आग की लपटें दिखाई दे रही हैं और लोग खुद को बचाने के लिए भागते हुए नजर आ रहे हैं। अधिकारियों को डर है कि विस्फोट के बाद फैक्ट्री के अंदर कई लोग फंसे हो सकते हैं।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) लोगों को निकालने के लिए मौके पर है। विस्फोट से भीषण आग लग गई, जिसने न केवल फैक्ट्री बल्कि आसपास की इमारतों को भी अपनी चपेट में ले लिया। आसमान में गहरा धुआं और आग की लपटें उड़ती देखी जा सकती हैं, जिससे आसपास के निवासियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
रिपोर्टों में कहा गया है कि विस्फोट और उसके बाद लगी आग के परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो गए होंगे या फंस गए होंगे। अधिकारियों की तरफ से हताहतों की संख्या के बारे में अभी आधिकारिक जानकारी नहीं की गई है, क्योंकि बचाव कार्य अभी जारी है। घायलों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है और गंभीर रूप से घायल मरीजों को भोपाल और इंदौर ट्रांसफर किया जा रहा है।
हरदा के जिलाधिकारी ऋषि गर्ग ने पीटीआई को बताया कि पटाखा कारखाने में आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई और 150 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए। उन्होंने बताया कि कारखाने और उसके आसपास कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संबंधित अधिकारियों से बात कर घटना के बारे में जानकारी मांगी है।
मुख्यमंत्री ने मंत्री उदय प्रताप सिंह, अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी और होम गार्ड के महानिदेशक अरविंद कुमार को हेलीकॉप्टर से हरदा पहुंचने का निर्देश दिया। अधिकारी ने बताया कि इंदौर, भोपाल के अस्पतालों और राज्य की राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को आपात स्थिति के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घटना के संबंध में एक बैठक भी बुलाई है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संबंधित अधिकारियों से बात की और घटना का डिटेल्स मांगा। सीएम ने मृतकों के लिए 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की भी घोषणा की। सीएम ने मंत्री उदय प्रताप सिंह, अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी और महानिदेशक होम गार्ड अरविंद कुमार को हेलीकॉप्टर से हरदा पहुंचने का निर्देश दिया। विस्फोट स्थल पर कम से कम 14 डॉक्टरों को भी भेजा गया है।
इंदौर, भोपाल के अस्पतालों और भोपाल के एम्स में बर्न यूनिटों को भी किसी भी इमरजेंसी स्थिति के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। आग पर काबू पाने के लिए इंदौर और भोपाल से और भी दमकल गाड़ियां भेजी गईं। घटना के सिलसिले में मुख्यमंत्री ने एक बैठक भी बुलाई है।