IRCTC iPay Autopay: ट्रेन में सफर करने के लिए ऑनलाइन टिकट निकालने पर कभी-कभी कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कई बार ऑनलाइन टिकट बुक कराने पर कंफर्म टिकट नहीं मिलता है। इसके बावजूद पैसे भी कट जाते हैं। वेटिंग टिकट मिलने पर पैसे कट जाते हैं। कंफर्म नहीं होने पर भी रिफंड के लिए मारा-मारी बनी रहती है। इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (Indian Railway Catering and Tourism Corporation – IRCTC) ने ऑटो पे फीचर की सुविधा मुहैया कराई है। इसके जरिए पैसा तभी कटेगा, जब टिकट कंफर्म होगा। अगर सीट कंफर्म नहीं होती तो आपके पैसे आपके अकाउंट में ही रहेंगे।
IRCTC के ऐप या वेबसाइट पर पेमेंट गेटवे वाले ऑप्शन में यह फीचर सबसे ऊपर दिखाई देगा। इस फीचर के जरिए टिकट बुक करने पर तुरंत पेमेंट करने की जरूरत नहीं रहती है। इसमें पैसे ब्लॉक हो जाते हैं। ऐसे में रिफंड के लिए इंतजार नहीं करना पड़ता।
जानिए कैसे काम करता है iPay Autopay फीचर
यह फीचर ठीक IPO में पैसे लगाने की तरह काम करता है। जब IPO में निवेश करते हैं तो पैसे अकाउंट से फौरन नहीं कटते हैं। हालांकि, उस रकम को ब्लॉक जरूर कर दिया जाता है। अब अगर IPO में शेयर अलॉट हुए तो पैसे कट जाएंगे। अगर नहीं हुए थे आप उस पैसे का इस्तेमाल किसी और काम के लिए कर सकते हैं। इसमें रिफंड का झंझट नहीं रहता है। ठीक इसी तरह IRCTC का ऑटो पे फीचर भी काम करता है। इसमें पेमेंट के लिए पैसे बल्क हो जाते हैं। लेकिन कटते नहीं हैं। सीट कंफर्म होने पर ही पैसे कटते हैं। अगर टिकट वेटिंगलिस्ट में ही रह गया तो यूजर्स के अकाउंट में पैसे वापस आ जाते हैं।
इससे सबसे ज्यादा फायदा सिर्फ उन लोगों को होगा जो रेलवे ई-टिकट बुक कर रहे हैं या वेटिंग लिस्ट वाले जनरल या तत्काल टिकट बुक करने की कोशिश कर रहे हैं। वेटलिस्ट वालों को ऑटोपे ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। टिकट कंफर्म नहीं होने पर अकाउंट से पैसे कटने का जोखिम खत्म हो जाता है।
वहीं अगर चार्ट तैयार होने के बाद भी वेटलिस्ट तत्काल वाला ई-टिकट वेटलिस्ट में रहता है। तब ऐसी स्थिति में सिर्फ एप्लीकेबल चार्जेज जैसे कि कैंसिलेशन चार्ज, आईआरसीटीसी कन्वीनियेंस फीस और मैंडेट चार्ज ही यूजर्स के खाते से काटा जाएगा.। ऑटोपे बैंक खाते में वापस जारी कर दिया जाता है।