Indian Railways: ट्रेन के जरिए आपने भी सफर किया होगा। कई बार ऐसी स्थिति आती है कि ट्रेन का समय तो पता होता है। लेकिन दिन में भ्रम की स्थिति पैदा हो जाती है। ऐसा खासतौर से तब होता है, जब रात में ट्रेन आए और चली जाए। वैसे भी रात 12 बजे के बाद दूसरा दिन शुरू हो जाता है। ऐसे में अगर कोई ट्रेन रात 11.54 बजे आए और रात 12.06 बजे रवाना हो जाए तो फिर आप किस दिन का रेल टिकट बुक करेंगे। बहुत से लोग कंफ्यूजन की स्थिति में पहुंच जाते हैं। अगर आपको भी टिकट निकालने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, तो इस लेख के जरिए अपना कंफ्यूजन जरूर दूर करें।
भारतीय रेलवे का काफी बड़ा ट्रेन नेटवर्क है। ट्रेन टिकट को लेकर खास व्यवस्था की गई है। ट्रेन टिकट जारी करने के नियम भी हैं। इन नियमों के जरिए ट्रेन टिकट की बुकिंग कराई जाती है। जिनके बारे में यात्रियों को जानना बेहद जरूरी है।
रेल टिकट जारी करने के नियम
इंडियन रेलवे के मुताबकि, जब भी किसी ट्रेन का टिकट जारी किया जाता है तो प्रस्थान करने के टाइम के मुताबिक, रेल टिकट जारी किया जाता है। कहने का मतलब ये हुआ कि अगर कोई ट्रेन रात के 11:5 बजे किसी रेलवे स्टेशन पर आती है। फिर रात 12.06 बजे रवाना हो जाती है। ऐसे में प्रस्थान करने वाले समय पर ही टिकट यात्री को दिया जाता है। अगर आगमन का टिकट दे दिया जाता है तो उन ट्रेनों का टिकट ही नहीं दिया जाएगा, जो ट्रेन किसी स्टेशन से शुरुआत करती हैं।
प्रस्थान पर क्यों दिया जाता है टिकट?
कई ट्रेनें दिल्ली, कोलकाता, पटना या किसी दूसरे स्टेशन से खुलती हैं। मतलब ये ट्रेनें उन स्टेशनों पर पहुंची ही नहीं, बल्कि ये ट्रेनें वहीं से खुल रही हैं। ऐसे में आगमन पर इन ट्रेनों का टिकट मिलना सम्भव नहीं है, लेकिन हां प्रस्थान पर ये हो सकता है। इस कारण से किसी भी स्टेशन से किसी भी ट्रेन का टिकट उसके पहुंचने वाली तारीख के अनुसार ही दिया जाता है।
क्या कोई ऐसी ट्रेन ऐसी है?
ऐसी कई ट्रेनें हैं जो रात 11 बजे के बाद आती हैं और अगले दिन रात 12 बजे के बाद रवाना होती हैं। जैसे नई दिल्ली से सहरसा जाने वाली ट्रेन। ये ट्रेन शाम 5.55 बजे रवाना होती है। 11.55 बजे कानपुर सेंट्रल पहुंचती है। इसके बाद 12.05 बजे ये ट्रेन रवाना होती है। इसलिए इस स्थिति में अगले दिन के हिसाब से टिकट बुकिंग होगी।