Indian Railways: जब भी आप ट्रेन में टिकट बुक करते हैं तो सबसे पहले इस बात की चिंता सताती है कि कन्फर्म टिकट मिलेगा या नहीं है। अगर आप भी कन्फर्म टिकट की समस्या से जूझ रहे हैं तो हम आपको एक बेहतर ट्रिक के बारे में चर्चा कर रहे हैं। इस ट्रिक का इस्तेमाल करने पर टिकट कन्फर्म होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। इसमें आपको किसी दलाल के पास भी नहीं जाना है। आपकी सीट पक्की हो जाएगी। बहुत से लोग कन्फर्म टिकट के लिए तरह-तरह की तरकीब निकालते हैं। कभी प्रीमियम टिकट निकालते हैं तो कभी तत्काल में कोशिश करते हैं। इसमें टिकट के दाम भी ज्यादा होते हैं।
वैसे तो टिकट बुक कराते समय कई तरह के कोटा होते हैं। इसमें सीनियर सिटीजन कोटा, स्पोर्ट्स कोटा, होता है। ऐसे ही एक कोटा HO कोटा होता है। इसके इस्तेमाल से भी सीटें कन्फर्म हो जाती हैं।
इंडियन रेलवे का एंड-टू-एंड कोटा है बेहद कागरगर
रेलवे में कोटे के तहत सीटों का बंटवारा किया जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनमें एक कोटा एंड-टू-एंड नाम से होता है। यह बेहद अहम होता है। इस कोटे का इस्तेमाल करने पर सीटों के कन्फर्म होने के चांस बढ़ जाते हैं। जैसे कि नाम से ही पता चलता है कि यह कोटा ट्रेन के शुरू होने वाले स्टेशन से लेकर आखिरी स्टेशन तक के लिए इस्तेमाल किया जाता है। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि सबसे ज्यादा ट्रेन की सबसे ज्यादा सीटें एंड-टू-एंड कोटा में होती है। इसमें करीब 70 फीसदी सीटें रिजर्व रहती हैं। लिहाजा इस कोटे के तहत टिकट लेने से कंफर्म टिकट की संभावना बहुत हद तक बढ़ जाती है।
रेलवे के एंड-टू-एंड कोटा से कैसे उठाएं फायदा?
यह कोटा उन यात्रियों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है, जिन्हें ट्रेन के शुरुआती स्टेशन से लेकर आखिरी स्टेशन तक यात्रा करनी हो। ऐसे ही आखिरी स्टेशन से अगर 2-3 स्टेशन पहले उतरना है तो आप शुरुआती स्टेशन से लेकर आखिरी स्टेशन तक का टिकट ले सकते हैं। इसमें किराया थोड़ा ज्यादा लगेगा। लेकिन प्रीमियम और तत्काल के मुकाबले काफी सस्ता रहता है। ऐसे में बिनी किसी झंझट के एंड-टू-एंड कोटा के जरिए कन्फर्म टिकट लेना आसाना हो जाएगा।