Health Tips: भारत में डायबिटीज (Diabetes), डिप्रेशन जैसी बीमारियां आम हो गई है। ये ओल्ड और मिडिल एज ग्रुप तक सीमित नहीं है। बच्चों और टीनएजर्स को भी ये बीमारियां अपनी चपेट में ले रही हैं। डायबिटीज के बाद रोग से होने वाले नुकसान को ठीक करने के लिए सतर्क रहना चाहिए। हाई ब्लड शुगर से व्यक्ति की नसों में खराबी आती है। जिससे नपुंसकता आने लगती है। डायबिटीज होने की वजह से आपके शरीर में कुछ खास बदलाव आ सकते हैं। लिहाजा इनकी पहचान करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज (Diabetes) आपके शरीर में बल्ड शुगर लेवल बढ़ने की वजह से होता है।
इसके कुछ आम लक्षण हैं। जिन्हें नजरअंदाज करना बड़ी भूल साबित हो सकती हैं। इसमें भूख का बढ़ना, प्यास बढ़ना, वजन कम होगा, जल्दी-जल्दी पेशाब लगना, धुंधला दिखना, ज्यादा थकान, जख्म का देर से भरना शामिल है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इलीज क्लास के लोग डायबिटीज के सॉफ्ट टारगेट हैं। इसकी वजह स्ट्रेस है। इस तबके के लोग एक्सरसाइज कम करते हैं। मानसिक काम का दबाव अधिक होता है. एक्सरसाइज 40-45 सा लकी की उम्र के बाद करते हैं। तब तक रोग लग चुका होता है। अगर पहले व्यायाम करें तो इस खतरे को काफी कम किया जा सकता है। पुरुषों में डायबिटीज के अलग-अलग लक्ष्ण दिखाई देते हैं। जिसमें सेक्स की ख्वाहिश कम होना, नपुंसकता (Erectile Dysfunction) और मांसपेशियों का कमजोर होना शामिल है। इसी तरह महिलाओं में भी कुछ लक्षण नजर आते हैं। जैसे यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, यीस्ट इंफेक्शन और ड्राई स्किन, खुजली का बढ़ना आदि शामिल है।
डायबिटीज आपकी यौन उत्तेजना और इरेक्शन को प्रभावित कर सकता है। डायबिटीज के कारण बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल शरीर की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। डायबिटीज से शरीर की नसों पर असर पड़ता है। जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर तरीके से नहीं हो पाता है।
अगर आपको स्मोकिंग की लत है तो आप आसानी से इरेक्टाइल डिसफंक्शन का शिकार हो सकते हैं। सिगरेट और अन्य तंबाकू वाले उत्पादों में मौजूद निकोटीन पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट डालता है।