Bharat Ratna Winners List: कब हुई थी भारत रत्न देने की शुरुआत और किसे मिला था पहला सर्वोच्च सम्मान? जानें सबकुछ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को घोषणा की कि पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, पी वी नरसिम्हा राव और मशहूर वैज्ञानिक एवं देश में ‘हरित क्रांति के जनक’ डॉ एम एस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।

अपडेटेड Feb 09, 2024 पर 7:45 PM
Story continues below Advertisement
Bharat Ratna: इस साल अब तक 5 लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा हुई है, जो कि अब तक की सर्वाधिक संख्या है

Bharat Ratna Award 2024 Winners List: 'किसानों के मसीहा' के तौर पर मशहूर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh), पीवी नरसिम्हा राव (PV Narasimha Rao) और 'हरित क्रांति के जनक' एमएस स्वामीनाथन (MS Swaminathan) को 'भारत रत्न (Bharat Ratna)' देने के फैसले से देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वालों की संख्या अब बढ़कर 53 हो गई है। इनमें से 5 शख्सियतों को 2024 में यह सम्मान देने की घोषणा की गई, जो अब तक एक साल में अधिकतम संख्या है। इससे पहले, 1999 में 4 शख्सियतों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

कुछ दिनों पहले ही सरकार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर और पूर्व उपप्रधानमंत्री एवं बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी के लिए भारत रत्न की घोषणा की थी। पिछली बार, 2019 में 'भारत रत्न' सम्मान प्रणब मुखर्जी और मरणोपरांत भूपेन्द्र कुमार हजारिका और नानाजी देशमुख को दिया गया था। 2020 से 2023 के बीच यह सम्मान किसी को नहीं दिया गया।

1954 में हुई थी पुरस्कार की शुरुआत


भारत सरकार ने 1954 में दो नागरिक पुरस्कार 'भारत रत्न' और 'पद्म विभूषण' की शुरुआत की थी। पद्म विभूषण की तीन कैटेगरी थीं-पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग। बाद में 8 जनवरी, 1955 को राष्ट्रपति की एक अधिसूचना के माध्यम से इनका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री कर दिया गया।

क्या है भारत रत्न?

'भारत रत्न' देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह समाज के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा या उच्चतम स्तर के प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाता है। भारत रत्न के लिए प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को सिफारिश की जाती है। इस पुरस्कार के लिए किसी औपचारिक अनुशंसा की आवश्यकता नहीं है।

यह सम्मान 2019, 1997, 1992, 1991, 1955 और 1954 सहित कई अवसरों पर एक वर्ष में तीन व्यक्तियों को दिया गया था। 2015, 2014, 2001, 1998, 1990, 1963 और 1961 सहित कई अवसरों पर यह दो व्यक्तियों को दिया गया, जबकि ऐसे साल भी रहे हैं जब यह सम्मान किसी को भी प्रदान नहीं किया गया था।

किसे मिला था पहला सम्मान?

भारत के इस सर्वोच्च सम्मान को देने की परंपरा 2 जनवरी 1954 से शुरू हुई थी। पहले पहले साल यह प्रतिष्ठित सम्मान सी. राजगोपालाचारी, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और चंद्रशेखर वेंकटरमन को प्रदान किया गया था। पूर्व में इस पुरस्कार से सम्मानित होने वालों में जवाहरलाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, जाकिर हुसैन, लाल बहादुर शास्त्री, अबुल कलाम आजाद, इंदिरा गांधी, के. कामराज, मदर टेरेसा, विनोबा भावे, एम.जी. रामचंद्रन, बी.आर. आंबेडकर, नेल्सन मंडेला, राजीव गांधी, वल्लभभाई पटेल, मोरारजी देसाई, सत्यजीत राय, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, जयप्रकाश नारायण, अमर्त्य सेन, सचिन तेंदुलकर, अटल बिहारी वाजपेयी और मदन मोहन मालवीय शामिल हैं।

लता मंगेशकर सहित इन हस्तियों को भी मिल चुका है सम्मान

इसके अलावा, भगवान दास, एम. विश्वेश्वरैया, गोविंद बल्लभ पंत, डी. केशव कर्वे, बिधान चंद्र रॉय, पुरुषोत्तम दास टंडन, पांडुरंग वामन काणे, वराहगिरि वेंकट गिरि, खान अब्दुल गफ्फार खान, जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा, गुलजारी लाल नंदा, बिस्मिल्ला खान, एम. एस सुब्बुलक्ष्मी, गोपीनाथ बारदोलोई, पंडित रविशंकर, सी.एन.आर. राव, भीमसेन गुरुराज जोशी, लता मंगेशकर, चिदंबरम सुब्रमण्यम और अरुणा आसफ अली को भी भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। सम्मान के तहत राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाण पत्र) और एक पदक प्राप्त होता है। सम्मान में कोई धनराशि नहीं दी जाती है।

Akhilesh

Akhilesh

First Published: Feb 09, 2024 7:31 PM

हिंदी में शेयर बाजारस्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंसऔर अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।