UP Rajya Sabha Elections 2024: समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मंगलवार को राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पक्ष में कथित तौर पर क्रॉस वोटिंग (Cross Voting) करने वाले अपनी पार्टी के नेताओं की आलोचना की। उन्होंने अपने तल्ख अंदाज में कहा, "हर किसी में सरकार के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत नहीं होती।" अखिलेश की ये प्रतिक्रिया समाजवादी पार्टी के चीफ व्हीप मनोज कुमार पांडे के मतदान से पहले इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद आई, जिससे क्रॉस वोटिंग की अटकलें तेज हो गईं।
यादव ने कहा, "हर किसी में सरकार के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत नहीं होती... हर किसी पर दबाव डाला जाता है, क्या कोई है, जो नहीं जानता कि बीजेपी जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।" उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, "बीजेपी चंडीगढ़ चुनाव के दौरान भी बेईमान थी... जब यूपी की बात आती है, तो बीजेपी ने वोट पाने के लिए सब कुछ किया और जो लोग चले गए, उनमें सरकार के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत नहीं थी। कार्रवाई की जाएगी क्योंकि ये हमारी पार्टी के नेता थे। हम चाहते हैं कि ऐसे लोगों को पार्टी से दूर रखा जाए।"
अखिलेश की बैठक में नहीं पहुंचे आठ विधायक
सोमवार शाम को आठ सपा नेता अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। मंगलवार को अपमान के बारे में पूछे जाने पर, यादव ने कहा था कि जो लोग स्थिति से लाभ लेना चाहते हैं वे "जाएंगे"।
पांडे के अलावा सात और विधायक - मुकेश वर्मा, महाराजी प्रजापति, पूजा पाल, राकेश पांडे, विनोद चतुर्वेदी, राकेश प्रताप सिंह और अभय सिंह - बैठक में शामिल नहीं हुए।
सपा की तरफ से क्रॉस वोटिंग!
इस बीच, बीजेपी के सहयोगी ओपी राजभर ने पुष्टि की कि समाजवादी पार्टी की ओर से क्रॉस वोटिंग होगी।
उन्होंने कहा, "बीजेपी के 8 उम्मीदवार जीतने जा रहे हैं। राजा भैया और हमारे सभी सहयोगी दल बीजेपी के समर्थन में हैं। समाजवादी पार्टी के नेता खुलेआम बीजेपी को वोट देने पर सहमत हो रहे हैं। समाजवादी पार्टी की ओर से क्रॉस वोटिंग होगी। वे NDA का समर्थन करेंगे, 100 फीसदी क्रॉस वोटिंग होगी।"
बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपना घर ही ठीक नहीं रख पाई।
उन्होंने कहा, "आठ उम्मीदवार हैं और वे सभी दिल्ली जाएंगे, और इसमें कोई संदेह नहीं है। जो लोग डरे हुए हैं, उन्होंने दावा किया है कि बीजेपी ने उनके नेताओं को खरीद लिया है। इसका मतलब यह है कि वे अपने घर की सुरक्षा नहीं कर सके। समाजवादी पार्टी को दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपने घर में झांकना चाहिए।"
वहीं पांडे के इस्तीफे पर यूपी के मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि वह हमेशा से सनातन धर्म के समर्थक रहे हैं। उन्होंने कहा, "वह हमेशा इस बारे में बयान देते रहे हैं। वह चाहते थे कि हर कोई अयोध्या आए और दर्शन करे। यही कारण है कि वह पीएम मोदी के नेतृत्व में विश्वास दिखा रहे हैं और ऐसा निर्णय ले रहे हैं।"
जिन 10 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है, उनमें BJP ने आठ और विपक्षी समाजवादी पार्टी ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं।