शेयर बाजार की तेजी बेलगाम नजर आ रही है। हालांकि बाजार में आज का दिन काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। सेसेंक्स इंट्राडे में पहली बार 62,000 के पार निकला। वहीं निफ्टी ने भी 18600 का स्तर छुआ लेकिन कारोबारी दिन के अंत के दौरान बाजार में मुनाफावसूली हावी हो गई और अंत में सेसेंक्स-निफ्टी लाल निशान में बंद हुए। कारोबार के अंत में सेसेंक्स 49.54 अंक यानी 0.08 फीसदी की गिरावट के साथ 61,716.05 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 58.30 अंक यानी 0.32 फीसदी टूटकर 18,418.75 के स्तर पर बंद हुआ।
आज के दिन को छोड़ दें तो ओवर ऑल बाजार में तेजी का माहौल बना हुआ है। कोविड के मामलों में गिरावट और कंपनियों के अच्छे नतीजे बाजार की रैली में ईंधन का काम कर रहे हैं। पिछले 8 सेशन में बाजार में करीब 5 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी। कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद लगभग सभी सेक्टरों में तेजी देखने को मिली है। हालांकि बाजार जानकारों का कहना है कि तेल की बढ़ती कीमतों के चलते महंगाई का दबाव बढ़ सकता है। गौरतलब है कि बाजार की इस तेजी में ऑटो और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। वहीं क्रेडिट ग्रोथ में सुधार के चलते बैंकों के सेंटीमेंट में भी सुधार आता दिखा है।
जियोजीत फाइनेंशियल के वीके विजय कुमार का कहना है कि ग्लोबल मार्केट की कमजोरी का भारतीय बाजारों पर कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है और भारतीय बाजार हाई पर हाई लगा रहे हैं। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि कुछ सेगमेंट के वैल्यूएशन काफी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने मनीकंट्रोल से हुई बातचीत में आगे कहा कि 100 के ऊपर के वर्तमान प्राइस अर्निंग रेशियो को जस्टीफाई करना बहुत कठिन हो गया है।
किन्ही स्थितियों में रिवर्सल होने पर अब तक काफी महंगे हो चुके स्टॉक्स पर सबसे ज्यादा चोट पड़ेगी। उन्होंने इस बातचीत में आगे कहा कि बड़े बैंकिंग शेयरों जैसे फंडामेंटली मजबूत स्टॉक अभी ओवर वैल्यूड नहीं नजर आ रहे हैं। बाजार में इस समय वैल्यूएशन और क्वालिटी को उचित महत्व देना जरूरी है। गौरतलब है कि आज के कारोबार में इंट्रा डे में सेंसेक्स 62,000 का स्तर पार करता नजर आया। यह भी बताते चलें कि BSE सेंसेक्स ने 15 फरवरी 2021 को 52,000 का लेवल छुआ था। सेंसेक्स को 52,000 से 62,000 तक इन 10000 अंकों की दूरी को तय करने में 8 महीने का समय लगा है। इस अवधि में सेंसेक्स ने 19 फीसदी की तेजी दर्ज की है। हालांकि इसी दौरान BSE 500 इंडेक्स का प्रदर्शन सेंसेक्स की तुलना में बेहतर रहा है और इसने 26 फीसदी की तेजी दिखाई है। सेंसेक्स की आठ महीने की इस यात्रा में 53 स्टॉक ऐसे रहे हैं जो मल्टी बैगर साबित हुए हैं। और इनमें 100 से 400 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।
इनमें से भी टॉप 5 की बात करें तो उनमें JSE Energy (417%), Gujarat Fluorochemicals (273%), Happiest Minds Technologies (251%), IRCTC (243%) और Adani Total Gas ( 238%) के नाम शामिल हैं।
इस दौरान इकोनॉमी के खुलने और कोविड के मामले में गिरावट के चलते IRCTC का शेयर सुर्खियों में रहा है। इसने एक लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप पार कर लिया है। हालांकि गिरावट के पहले आज इसने इंट्रा डे में 6,000 रुपए का स्तर भी छुआ।
Hem Securities के मोहित निगम का कहना है कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, इस समय बाजार के लिए चुनौती बनी हुई हैं। इससे भारत के इंडस्ट्रियल ग्रोथ को झटका लग सकता है। उन्होंने आगे कहा कि इस हफ्ते नतीजों का मौसम अपने उफान पर रहेगा और करीब 200 कंपनियां अपने दूसरे तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। पूरे देश में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया काफी अच्छी गति से चल रही है। सरकारी ऐलान के मुताबिक, इस हफ्ते देश भर में 100 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग जाएगी। यह बाजार के लिए शुभ संकेत है।