Sandeshkhali Case: तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने संदेशखाली गांव में यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के मामले में आरोपी नेता शाहजहां शेख (Shahjahan Sheikh) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने शाहजहां शेख को पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है। हिंसक विरोध प्रदर्शन और कई दिनों तक चले सियासी संग्राम के बाद बृहस्पतिवार तड़के 55 दिनों से फरार तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख को गिरफ्तार कर लिया गया था। शेख पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप है।
कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन ने मीडिया के सामने घोषणा की, "TMC ने शाहजहां शेख (Shahjahan Sheikh) को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित करने का फैसला किया है।" साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल पुलिस की भी तारीफ की। राज्य पुलिस ने ही शाहजहां को गिरफ्तार किया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने कहा कि शेख को उत्तर 24 परगना जिले के सुंदरवन के बाहरी इलाके में संदेशखाली से लगभग 30 Km दूर मिनाखान थाना क्षेत्र में एक घर से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि शेख कुछ साथियों के साथ उस घर में छिपा था। अधिकारी के अनुसार गिरफ्तार करने के बाद उसे बशीरहाट अदालत में पेश किया गया जिसने उसे 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
सफेद कुर्ता-पायजामा पहने शेख सुबह करीब 10 बजकर 40 बजे हवालात से बाहर आया और अदालत कक्ष की ओर चल दिया। उसने वहां इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों की तरफ हाथ हिलाया। मुश्किल से दो मिनट तक चली अदालती सुनवाई के बाद पुलिस उसे अज्ञात जगह पर ले गई।
वहीं तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि अदालत के निर्देश के बाद ही गिरफ्तारी संभव हुई, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे ‘पूर्व नियोजित’ करार दिया है।
तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, "कानूनी उलझन के कारण शुरुआत में उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। हालांकि, अदालत की तरफ से ये साफ किए जाने के बाद कि उसकी गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं है, पश्चिम बंगाल पुलिस ने अपना काम किया। विपक्ष ने उसकी गिरफ्तारी पर लगी ‘रोक’ का फायदा उठाया।"