मणिपुर से शुरू हुई राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' (Bharat Jodo Nyay Yatra) करीब एक महीने का सफर पूरा कर चुकी है। शुक्रवार को ये यात्रा अब चंदौली के रास्ते यूपी में प्रवेश करेगी। भाई का स्वागत करने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) भी मौजूद रहेंगी, जो पहली बार इस यात्रा में शामिल हो रही हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, यात्रा को लेकर बड़ी खबर यह है कि राहुल गांधी की यात्रा अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश से भी होकर गुजरेगी। यात्रा मुरादाबाद, संभल होते हुए बुलंदशहर, अलीगढ़ से निकलेगी। पहले यात्रा के पड़ाव में पश्चिम यूपी नहीं था।
इससे पहले कांग्रेस ने यूपी में यात्रा का रूट बदल कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बजाय लखनऊ के बाद कानपुर, जालौन, झांसी के रास्ते मध्य प्रदेश में प्रवेश की तैयारी की थी, लेकिन अब यूपी में राहुल गांधी की यात्रा का रूट फिर बदल गया है। नए शेड्यूल के मुताबिक, राहुल की यात्रा कानपुर आ कर रुक जाएगी और फिर दो दिनों के ब्रेक के बाद मुरादाबाद से शुरू होगी।
पहले यात्रा कानपुर से झांसी होते हुए मध्य प्रदेश में प्रवेश करने वाली थी। अब ये यात्रा 21 को कानपुर में स्थगित हो जाएगी और 22 और 23 को यात्रा ब्रेक लेगी। फिर 24 को मुरादाबाद से संभल, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, आगरा होते हुए राजस्थान में प्रवेश करेगी।
पहले पश्चिमी UP नहीं जाने वाली थी राहुल की यात्रा
जयंत चौधरी के I.N.D.I.A. गठबंधन छोड़ने के बाद कांग्रेस ने यात्रा को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से नहीं नहीं निकाले का फैसला किया था। हालांकि, इसकी आधिकारिक वजह बोर्ड परीक्षाओं को बताया गया था, लेकिन अब नई रणनीति के तहत कांग्रेस ने बार फिर तय किया है कि राहुल गांधी की यात्रा पश्चिमी यूपी से गुजरेगी।
मीडिया रिपोर्ट की मानें, तो सूत्रों ने पहले बताया, “पश्चिमी यूपी में राहुल गांधी की जनसभा की भारी मांग के बीच रूट बदल सकता है। यात्रा अब कानपुर में ब्रेक ले सकती है और फिर दूसरे चरण में मुजफ्फरनगर में फिर से शुरू हो सकती है।”
शुरुआती योजना लखीमपुर खीरी के रास्ते पश्चिमी यूपी के जिलों को कवर करने की थी, लेकिन फिर स्कूलों में बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर पार्टी ने अपनी योजना बदल दी।
पिछले शेड्यूल अनुसार, यात्रा को 20 फरवरी को लखनऊ पहुंचना था और 21 फरवरी को उन्नाव के रास्ते कानपुर जाना था। हमीरपुर के रास्ते अगला पड़ाव झांसी था और वहां से यात्रा को मध्य प्रदेश जाना था।