उत्तर प्रदेश (UP), उत्तराखंड (Uttarakhand) और गोवा (Goa) में सरकार गठन को लेकर जारी कवायद के बीच केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शीर्ष नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मुलाकात की। प्रधानमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी शामिल हुए।
पिछले दिनों संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में BJP ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में जीत हासिल कर सत्ता में वापसी की थी जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने प्रचंड बहुमत हासिल कर सरकार बनाई।
मणिपुर में बीजेपी ने एक बार फिर एन बिरेन सिंह पर भरोसा जताया है और उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया है। वह फिर से राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
उत्तराखंड में कल होगा CM का चेहरा साफ
उत्तराखंड में सोमवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। देहरादून में होने वाली इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह केंद्रीय पर्यवेक्षक और विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी सह पर्यवेक्षक के रूप में शिरकत करेंगे।
उत्तराखंड में बीजेपी ने लगातार दो चुनाव जीत कर ऐतिहासिक सफलता हासिल की लेकिन इस पहाड़ी राज्य में मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसे लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खटीमा से चुनाव हार गए हैं।
सीएम के नाम पर सस्पेंस जारी है, CNN-News18 के मुताबिक, उत्तराखंड बीजेपी नेताओं ने पुष्टि की कि नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री 23 मार्च को सुबह 11 बजे शहर के परेड ग्राउंड में 11 कैबिनेट मंत्रियों के साथ शपथ लेंगे।
यह शायद पहली बार है, जब बीजेपी को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है, जहां एक मौजूदा मुख्यमंत्री चुनाव हार गया है, लेकिन पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ सीधे दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में लौट आई है।
उत्तर प्रदेश में उपमुख्यमंत्री पर फंसा पेंच
वहीं उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ और गोवा में प्रमोद सावंत का फिर से मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में उपमुख्यमंत्री किसे बनाया जाएगा, यह पेंच अभी तक फंसा हुआ है। क्योंकि केशव प्रसाद मौर्य को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। वह निवर्तमान सरकार में उपमुख्यमंत्री थे। ऐसा माना जा रहा है कि अगले हफ्ते पार्टी तीनों राज्यों में सरकार गठन की प्रक्रिया को पूरी कर लेगी।
बीजेपी ने सभी चार राज्यों में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की थी, जबकि पंजाब में आप ने 117 विधानसभा सीटों में से 92 सीटों पर जीत हासिल कर कांग्रेस को पछाड़ दिया था। इससे पहले, बीजेपी ने होली से पहले की अवधि के कारण अपने मुख्यमंत्रियों की घोषणा और शपथ ग्रहण में देरी की थी, जिसे अशुभ माना जाता है।