Himachal Chunav Result: हिमाचल में कांग्रेस को मिली संजीवनी, जयराम को जनता ने किया राम-राम
Himachal Chunav Result: हिमाचल प्रदेश की जनता की सत्ता की चाभी कांग्रेस को सौंप दी है। मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी को पहली बार हिमाचल प्रदेश में सिंहासन मिला है। कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिल गया है। पार्टी के वोट शेयरों में इजाफा देखने को मिला है
हिमाचल प्रदेश में जनता ने कांग्रेस को गद्दी सौंप दी है।
Himachal Chunav Result: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का सिक्का चल गया। पिछली बार के विधानसभा चुनाव में बाहर हुई कांग्रेस ने इस बार दमदार वापसी की है। पार्टी ने बहुमत का जादुई आंकड़ा छू लिया है। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की 68 सीटें हैं। जिसमें से कांग्रेस ने 40 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं बीजेपी को 25 सीटों पर जीत नसीब हुई है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी पहली बार हिमाचल में हाथ आजमाया। लेकिन AAP की जमानत तक जब्त हो गई। उसका खाता तक नहीं खुला। सूबे में 12 नवंबर को चुनाव हुए थे।
राज्य के सीएम जयराम ठाकुर ने अपनी सीट तो बचा ली। लेकिन बीजेपी का सिंहासन नहीं रोक पाए। उन्होंने अपने पद से इस्तीफा भी सौंप दिया है। वहीं इस जीत से कांग्रेस गदगद है। राहुल गांधी ने कहा है कि जनता से किए गए वादे जल्द ही निभाएंगे।
साल 2017 में बीजेपी को मिली थी जीत
हिमाचल प्रदेश की 68 विधान सभा सीटों के लिए साल 2017 में 9 नवंबर को वोटिंग हुई थी। तब चुनाव नतीजों में BJP ने बाजी मारी थी। बीजेपी ने 78 में से 44 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि कांग्रेस को सिर्फ 21 सीटों पर जीत मिली थी।
हिमाचल में कांग्रेस की जय-जय
हिमाचल प्रदेश में साल 1985 से कोई भी पार्टी लगातार 10 साल तक सत्ता में नहीं रही है। इसे देखते हुए साल 2022 के के विधान सभा के चुनाव में बीजेपी ने राज नहीं, रिवाज बदलेंगे का नारा दिया था। लेकिन उसका यह नारा दम तोड़ता नजर आया। कुल मिलाकर सूबे में रिवाज नहीं बदला। यह हर साल में सरकार बदल जाती है। इसके पहले कांग्रेस सत्ता में थी। कांग्रेस से बीजेपी ने सत्ता हथियाई थी। अब फिर से जनता ने कांग्रेस को कमान सौंप दी है। कांग्रेस ने बहुमत का आंकड़ा छू लिया है। सरकार बनाने के लिए 35 सीटों की जरूरत होती है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत पर प्रदेश की जनता को धन्यवाद दिया है। गांधी ने कहा कि जनता से किया हर वादा जल्द से जल्द निभाया जाएगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता को इस निर्णायक जीत के लिए दिल से धन्यवाद। सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को हार्दिक बधाई। आपकी कड़ी मेहनत और समर्पण इस विजय की शुभकामनाओं का असली हकदार है। फिर से आश्वस्त करता हूं, जनता को किया हर वादा जल्द से जल्द ही निभाएंगे।
हिमाचल प्रदेश की जनता को इस निर्णायक जीत के लिए दिल से धन्यवाद।
सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को हार्दिक बधाई। आपका परिश्रम और समर्पण इस विजय की शुभकामनाओं का असली हकदार है। फिर से आश्वस्त करता हूं, जनता को किया हर वादा जल्द से जल्द निभाएंगे। — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 8, 2022
इन सीटों पर रही खास नजर
राज्य के सीएम जयराम ठाकुर लगातार छठी बार अपनी पारंपरिक विधानसभा क्षेत्र सिराज से 20,000 से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है।
कसूमप्टी सीट से कांग्रेस के अनिरुद्ध सिंह ने जीत दर्ज की है। उन्होंने बीजेपी के सुरेश भारद्वाज को हराया है।
करसोग सीट से बीजेपी के दीप राज ने जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस के महेश राज को हराया है।
लाहौल स्पीति सीट से कांग्रेस के रवि ठाकुर ने जीत दर्ज की है। उन्होंने बीजेपी के रामलाल मार्कंडा को हराया है।
चूराह सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हंसराज की जीत हुई है। उन्होंने कांग्रेस के यशवंत सिंह को हराया है।
पच्छाड़ सीट से बीजेपी की उम्मीदवार रीना की जीत हुई है। उन्होंने कांग्रेस की दयाल प्यारी को हराया है।
पोंटा साहिब विधानसभा सीट से बीजेपी के सुखराम की जीत हुई है। वह 8596 वोटों से जीते हैं।
नूरपुर विधानसभा सीट से बीजेपी के रणबीर सिंह की जीत हुई है। वह 18752 वोटों से जीते हैं।
नादौन विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुखविंदर सिंह सुक्खू चुनाव जीत गए हैं।
हमीरपुर सीट से कांग्रेस के बागी आशीष शर्मा ने जीत दर्ज की है।
धर्मशाला से कांग्रेस के सुधीर शर्मा ने जीत दर्ज की है।
बीजेपी-कांग्रेस ने किए थे ये वादे
हिमाचल चुनाव को लेकर बीजेपी-कांग्रेस ने जनता के लिए अलग-अलग वादे किए थे। बीजेपी ने समान नागरिक संहिता लागू करने और राज्य में आठ लाख नौकरियां पैदा करने का वादा किया था। जबकि कांग्रेस ने पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, 300 यूनिट निशुल्क बिजली देने और 680 करोड़ रुपये के स्टार्टअप का ऐलान किया था। कांग्रेस को उम्मीद है कि पुरानी पेंशन योजना और कई अन्य मुद्दों पर जनता ने उसे समर्थन दिया है। जिससे उन्हें जनता ने हिमाचल का सिंहासन सौंपा है।