Gujarat Assembly Election 2022: चुनाव आयोग (Election Commission) ने गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) की तारीख का ऐलान कर दिया है। गुजरात में दो फेज में चुनाव होंगे। राज्य में एक (1th December) और पांच दिसंबर (5th December) को वोटिंग होगी। जबकि नतीजे हिमाचल प्रदेश के साथ 8 दिसंबर को आएंगे। 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 18 फरवरी (18 February) को समाप्त हो रहा है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव तारीखों का ऐलान करने से पहले कहा कि निर्वाचन आयोग की तरफ से मोरबी की दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों और शोकाकुल परिजनों के प्रति शोक और संवेदना प्रकट करना चाहते हैं। हम प्रार्थना करते हैं कि मृतकों की आत्मा को शांति मिले।
3,24,422 नए मतदाता पहली बार करेंगे मतदान
चुनाव आयोग ने कहा कि मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में 3,24,422 नए मतदाता इस बार पहली बार मतदान करेंगे। कुल मतदान केंद्र की संख्या 51,782 है। राज्य में स्थापित मतदान स्थलों में से कम से कम 50% मतदान केंद्र पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था होगी।
चुनाव आयुक्त ने बताया कि मतदान के बेहतर अनुभव के लिए, 1274 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से महिला और सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा। 182 मतदान केंद्रो पर मतदाताओं का लोक निर्माण विभाग स्वागत करेगा। पहली बार 33 मतदान केंद्रों की स्थापना और प्रबंधन सबसे कम उम्र के मतदान कर्मचारी करेंगे।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 8 जनवरी को समाप्त हो रहा है। हिमाचल प्रदेश और गुजरात में क्रमश: विधानसभा की 68 और 182 सीटों के लिए मतदान होना है। दोनों ही राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार है।
हिमाचल का हो चुका है ऐलान
चुनाव आयोग ने 2017 में अपनाई गई परंपरा का हवाला देते हुए पिछले महीने हिमाचल प्रदेश चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ गुजरात चुनाव कार्यक्रम के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। हिमाचल प्रदेश में एक ही चरण में 12 नवंबर को चुनाव होंगे और मतगणना 8 दिसंबर को की जाएगी।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना की तारीख को मतदान के करीब एक महीने बाद रखकर चुनाव आयोग ने स्पष्ट संकेत दिया था कि गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भी मतों की गिनती 8 दिसंबर को होगी।
2017 में कब हुई थी वोटिंग?
दोनों राज्यों में 2017 में अलग-अलग तारीखों पर चुनाव की घोषणा की गई थी। हालांकि, मतगणना 18 दिसंबर को एक साथ हुई थी। गुजरात में बाढ़ आने के कारण चुनाव आयोग ने राज्य में हिमाचल प्रदेश के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद चुनाव कराया था।