प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और मॉरीशस के पीएम प्रविंद जगन्नाथ (Pravind Jugnauth) ने गुरुवार को मॉरीशस के अगालेगा द्वीप पर भारत की सहायता से कई सामुदायिक विकास परियोजनाओं का डिजिटल तरीके से उद्घाटन किया। परियोजनाओं से मुख्य भूमि मॉरीशस और अगालेगा के बीच बेहतर संपर्क की मांग पूरी होगी। साथ ही समुद्री सुरक्षा को मजबूती मिलेगी और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। मॉरीशस में भारत की यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सिस्टम और रुपे कार्ड सेवाओं की शुरुआत के कुछ हफ्तों बाद इन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया।
विदेश मंत्रालय के अनुसार जगन्नाथ ने वर्चुअल कार्यक्रम में कहा, ''हम आज अगालेगा द्वीप पर एक नई हवाई पट्टी, एक नई जेटी और कई अन्य विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ इतिहास बना रहे हैं।" उन्होंने कहा, "यह कार्यक्रम मॉरीशस और भारत के बीच उल्लेखनीय और अनुकरणीय साझेदारी के लिए एक महान क्षण है।"
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "पिछले 6 महीनों में प्रधानमंत्री जुगनाथ और मेरी यह पांचवीं मुलाकात है। यह भारत और मॉरीशस के बीच वाइब्रेंट, मजबूत और अनोखी साझेदारी का प्रमाण है। मॉरीशस हमारी 'पड़ोसी प्रथम' नीति का अहम भागीदार है...ग्लोबल साउथ का सदस्य होने के नाते हमारी समान प्राथमिकताएं हैं।"
पीएम मोदी ने आगे कहा, "विकास साझेदारी हमारे संबंधों का अहम स्तंभ रहा है...कोविड महामारी हो या तेल रिसाव, भारत हमेशा अपने मित्र मॉरीशस के लिए पहला प्रतिसादकर्ता (रिस्पॉन्डर) रहा है... पिछले 10 वर्षों में लगभग 1 हजार मिलियन डॉलर की क्रेडिट लाइन और 400 मिलियन डॉलर की सहायता मॉरीशस के लोगों के लिए उपलब्ध कराई गई है।"
पीएम मोदी ने कहा कि मॉरीशस पहला देश होगा जो हमारी जन-औषधि पहल से जुड़ेगा। इससे मॉरीशस के लोगों को भारत में बनी बेहतर क्वालिटी वाली जेनरिक दवाइयों का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री जगन्नाथ जी की सराहना करता हूं कि उन्होंने मॉरीशस में जन औषधि केंद्र खोलने का निर्णय लिया है।