I.N.D.I.A. Protest Highlights: संसद से विपक्ष के 146 सांसदों के निलंबन के खिलाफ शुक्रवार (22 दिसंबर) को I.N.D.I.A. गठबंधन के दलों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, NCP प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे। प्रदर्शन में मौजूद जनता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सासंदों का निलंबन से सिर्फ उनका अपमान नहीं, बल्कि देश के 60 फीसदी जनता का मुंह बंद किया गया
Breaking News Today in Hindi Highlights: I.N.D.I.A गठबंधन के दलों ने शुक्रवार को सांसदों के निलंबन के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरना दिया। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, NCP प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी धरनास्थल पर पहुंचे थे। इस दौरान राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि कुछ दिन पहले संसद भवन में दो-तीन युवा कूदकर अंदर आ गए। उन्हें कूदते हुए हम सबने देख
Breaking News Today in Hindi Highlights: I.N.D.I.A गठबंधन के दलों ने शुक्रवार को सांसदों के निलंबन के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरना दिया। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, NCP प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी धरनास्थल पर पहुंचे थे। इस दौरान राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि कुछ दिन पहले संसद भवन में दो-तीन युवा कूदकर अंदर आ गए। उन्हें कूदते हुए हम सबने देखा। वे अंदर आए, उन्होंने थोड़ा धुआं फैलाया, बीजेपी के सभी सांसद भाग गए। कांग्रेस सांसद ने कहा कि जो अपने आप को देश भक्त कहते हैं उनकी हवा निकल गई... वे अंदर कैसे आए? संसद के अंदर वे गैस का सिलेंडर ले आए?... उन्होंने ये विरोध क्यों किया? उसका कारण क्या था? बेरोज़गारी!... इस देश का युवा आज रोजगार नहीं पा सकता है।
'निलंबन से सिर्फ सांसदों का अपमान नहीं, 60% जनता का मुंह बंद किया गया'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि संसद के हालिया शीतकालीन सत्र में विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित करके न सिर्फ उनका अपमान किया गया, बल्कि देश की 60 प्रतिशत जनता का मुंह बंद कर दिया गया। उन्होंने सांसदों के निलंबन के खिलाफ जंतर-मंतर पर आयोजित विपक्षी दलों के विरोध प्रदर्शन में यह भी कहा कि लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच है तथा भारतीय जनता पार्टी जितनी नफरत फैलाएगी, I.N.D.I.A गठबंधन उतनी ही मोहब्बत, भाईचारा और एकता फैलाएगा। राहुल गांधी ने कहा कि I.N.D.I.A गठबंधन पूरी तरह से एकजुट है। उन्होंने कहा कि लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में दो युवकों का कूदना सुरक्षा में चूक जरूर है, लेकिन इसका कारण बेरोजगारी है।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि निलंबित सांसद सिर्फ व्यक्ति नहीं, बल्कि वे हिंदुस्तान की जनता की आवाज हैं। आपने (सरकार) सिर्फ (लगभग) 150 सांसदों का अपमान नहीं किया है, बल्कि 60 प्रतिशत जनता का मुंह बंद किया है। बता दें कि सदन में तख्तियां लहराने और नारे लगाने के आरोप में शीतकालीन सत्र में कुछ दिनों के भीतर ही 146 सांसदों को लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। इनमें से ज्यादातर सदस्यों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया गया था और सत्र समाप्ति के बाद उनका निलंबन भी स्वत: ही समाप्त हो चुका है। लेकिन कुछ सदस्यों के मामले को विशेषाधिकार समिति के विचारार्थ भेजा गया था और समिति की रिपोर्ट आने तक उनका निलंबन जारी रहेगा।
संसद से विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज यानी शुक्रवार (22 दिसंबर) को I.N.D.I.A. गठबंधन के सभी घटक दल देशभर में प्रदर्शन कर रहा है। राजधानी दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे सहित गठबंधन के सभी सांसद शुक्रवार दोपहर 1 बजे जंतर-मंतर पर प्रदर्शन में शामिल हुए। विरोध-प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी और खड़गे ने भाषण भी दिया। विपक्षी गठबंधन ने पार्टी कार्यकर्ताओं से सांसदों के सस्पेंशन के विरोध में प्रदर्शन करने को कहा है। I.N.D.I.A. गठबंधन के दल आज देश के सभी जिला मुख्यालयों में राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन करेंगे।
लोकसभा में तख्तियां दिखाने और सदन की अवमानना करने को लेकर गुरुवार को कांग्रेस के तीन सदस्यों- दीपक बैज, डीके सुरेश और नकुल नाथ को संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही लोकसभा के निलंबित विपक्षी सदस्यों की संख्या 100 हो गई और दोनों सदनों को मिलाकर यह आंकड़ा 146 पर पहुंच गया। निचले सदन से निलंबित कुल 100 सदस्यों में से 97 को मौजूदा शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया गया है। जबकि तीन सांसदों का निलंबन विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक जारी रहेगा।
निचले सदन में गत सप्ताह गुरुवार को 13 सदस्य, इस सप्ताह सोमवार को 33, मंगलवार को 49 और बुधवार को दो विपक्षी सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था। सदन में प्रेस और नियतकालिक पत्रिका रजिस्ट्रीकरण विधेयक, 2023 पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दीपक बैज, डीके सुरेश और नकुल नाथ को सदन की अवमानना करने के मामले में निलंबित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सभा ने ध्वनिमत से मंजूर कर लिया।
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज प्रश्नकाल समाप्त होते ही तीनों सदस्यों का नाम लेते हुए कहा, "आप बार-बार सदन की कार्रवाई बाधित कर रहे हैं, तख्तियां दिखा रहे हैं, नारेबाजी कर रहे हैं और कागज फाड़कर लोकसभा कर्मियों पर फेंक रहे हैं। यह सदन की मर्यादा के खिलाफ है।"
उन्होंने नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, "मैं कभी बिना कारण के किसी सदस्य को निलंबित नहीं करना चाहता। आपको जनता ने चुना है। आपको अधिकार है यहां चर्चा करने का और अपनी बात रखने का। आप लोग अपनी सीट पर जाइए, मैं आपको शून्यकाल में आपकी बात रखने का अवसर दूंगा।" बिरला ने कहा, विपक्षी सदस्य अपनी सीट से उठकर आते हैं और कहते हैं कि (हमें) निलंबित कर दीजिए।" संसद की कार्यवाही 22 दिसंबर तक निर्धारित थी, लेकिन इसे एक दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।