वित्त वर्ष 2024 में धीमी पड़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था, 6.3% पर रह सकती है GDP ग्रोथ : विश्व बैंक

GDP growth:आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया था कि वैश्विक स्तर पर आर्थिक और राजनीतिक स्थितियों के मुताबिक वास्तविक देश की रियल जीडीपी ग्रोथ रेट 6.0 फीसदी से 6.8 फीसदी के बीच रह सकती है। वहीं, आरबीआई के नवीनतम अनुमान में वित्त वर्ष 2024 में देश की ग्रोथ रेट 6.4 फीसदी पर रहने का अनुमान किया गया है। जबकि, CRISIL का कहना है कि चैलेंजिंग ग्लोबल मैक्रो स्थितियों को देखते हुए वित्त वर्ष 2024 में भारत की विकास दर 6 फीसदी रह सकती है

अपडेटेड Apr 04, 2023 पर 1:24 PM
Story continues below Advertisement
CRISIL का कहना है कि चैलेंजिंग ग्लोबल मैक्रो स्थितियों को देखते हुए वित्त वर्ष 2024 में भारत की विकास दर 6 फीसदी रह सकती है

विश्वबैंक (World Bank) ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि वर्तमान वित्त वर्ष में भारत की इकोनॉमी में सुस्ती दिखने की उम्मीद है। देश की इकोनॉमी पर घटती आय के चलते उपभोक्ता मांग में आ रही गिरावट का नकारात्मक असर देखने को मिलेगा। जिसके चलते वर्तमान वित्त वर्ष यानी 2023-24 में इकोनॉमी की ग्रोथ रेट घट कर 6.3 फीसदी पर आ जाएगी। इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि वर्तमान वित्त वर्ष में भारत में महंगाई दर 6.6 फीसदी से घटकर 5.5 फीसदी पर आ सकती है। वहीं, वित्त वर्ष 2023-24 में देश का चालू खाते का घाटा (Current Account Deficit)5.2 फीसदी पर रहने का अनुमान है।

जानिए दूसरी एजेंसीज की ग्रोथ पर क्या है राय

आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey)में अनुमान लगाया गया था कि चालू वित्त वर्ष में इकोनॉमी की ग्रोथ रेट 6.5 फीसदी पर रहा सकती है। आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया था "वैश्विक स्तर पर आर्थिक और राजनीतिक स्थितियों के मुताबिक वास्तविक देश की रियल जीडीपी ग्रोथ रेट 6.0 फीसदी से 6.8 फीसदी के बीच रह सकती है।" वहीं, आरबीआई के नवीनतम अनुमान में वित्त वर्ष 2024 में देश की ग्रोथ रेट 6.4 फीसदी पर रहने का अनुमान किया गया है। वहीं, CRISIL का कहना है कि चैलेंजिंग ग्लोबल मैक्रो स्थितियों को देखते हुए वित्त वर्ष 2024 में भारत की विकास दर 6 फीसदी रह सकती है।


भारत ने क्रूड प्रोडक्शन पर विंडफॉल टैक्स घटा कर किया जीरो, डीजल पर लागू लेवी घटा कर की आधी

मार्च महीने में भारत के मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की गतिविधियों में तेजी

इस बीच मार्च महीने में भारत के मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की गतिविधियों में तेजी देखने को मिली है। 3 अप्रैल को आए आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2023 में भारत का एस एंड पी ग्लोबल पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI)फरवरी के 55.3 के स्तर से बढ़कर 56.4 के स्तर पर आ गया है। बता दें की अगर ये आंकड़ा 50 के ऊपर रहता है तो इसका मतलब ये होता है कि मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की गतिविधियों में तेजी आई है। वहीं, अगर ये आंकड़ा 50 के नीचे होता है तो इसका मतलब ये होता है कि मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की गतिविधियों में गिरावट आई है। ये भी बताते चलें की मार्च 2023 में लगातार 21वें महीने ये आंकड़ा 50 के ऊपर रहा है। 56.4 के स्तर पर मार्च 2023 का मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई का ये आंकड़ा तीन महीने का हाइएस्ट लेवल है।

MoneyControl News

MoneyControl News

First Published: Apr 04, 2023 1:24 PM

हिंदी में शेयर बाजारस्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंसऔर अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।