Indian Railways: इंडियन रेलवे (Indian Railway) सफर करने के लिए लोगों के बीच एक लाइफलाइन की तरह बन गई है। रेलवे लोगों की यात्रा को सरल बनाने के लिए कई संदेश जारी करता रहता है। ये तो सभी को पता है कि रेलवे में बिना टिकट सफर करना गलत है। साथ ही ये कानूनी अपराध भी है। इसके तहत जुर्माना, जेल और दोनों के प्रावधान है। यही कारण है कि मध्य रेलवे को अप्रैल जून तिमाही में टिकट चेकिंग के दौरान 100 करोड़ रुपये से अधिका रेवेन्यू मिला है।
बिना टिकट न करें रेलवे में सफर
सेंट्रल रेलवे ने एक ट्वीट में पैसेंजर्स को बिना टिकट यात्रा न करने के निर्देश दिये हैं। रेलवे ने बताया कि सेंट्रल रेलवे ने अप्रैल जून 2022 के दौरान टिकट चेकिंग से 103.99 करोड़ रुपये जुटाए हैं। रेलवे ने कहा कि मध्य रेल यात्रियों से अपील करता है कि किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए जरूरी है कि यात्री बिना ट्रेन टिकट यात्रा न करें।
मई में करीब 5 लाख मामले आए
सेंट्रल रेलवे ने बताया कि सिर्फ जून 2022 में बिना टिकट के यात्रा करने से जुड़े करीब 4.83 लाख मामले सामने आए हैं। इससे रेलवे को कुल 31.78 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला है।
पिछले साल के मुकाबले बढ़े मामले
सेंट्रल रेलवे के डेटा के मुताबिक, अप्रैल जून तिमाही के दौरान रेलवे से बिना टिकट के यात्रा कर रहे 14.94 लाख यात्री मिले हैं, जो बीते साल इसी तिमाही में कुल 5.04 लाख मामले थे। यानी, बिना टिकट वाले मामलों में 196 फीसदी का उछाल आया है।