Indian Railways: इन दिनों भारतीय रेलवे की कुछ ज्यादा ही चर्चा हो रही है। ओडिशा रेल हादसे के बाद रेलवे की हर घटना सुर्खियां बटोरने लगी है। ट्रेन की स्पीड, रेलवे स्टेशन, ट्रेन के कोच कब होते हैं रिटायर, सिग्नल, लूप लाइन, मेन लाइन जैसे कई शब्दों के बारे में जानने के लिए आम आदमी के भीतर काफी जिज्ञासा देखी जा रही है। लोग रेलवे की सुरक्षा और स्टेशनों के बारे में ज्यादा जानने की कोशिश करते हैं। किस स्टेशन में किस तरह की सुविधाएं मिल रही हैं। भारत का पहला वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मुहैया कराने वाला रेलवे स्टेशन है। इसका नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (Rani Kamlapati Railway Station) है। पहले इसे हबीबगंज के नाम से जाना जाता था।
यह रेलवे स्टेशन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में है। इस रेलवे स्टेशन का रिडेवलपमेंट पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप यानी PPP मॉडल के तहत किया गया है। रेलवे स्टेशन के रिडेवलपमेंट के लिए एक डेवलपर संघ को चुना गया है। इस रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के तौर पर बनाया गया है।
कौन है इस स्टेशन का डेवलपर?
इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन ने हबीबगंज रेलवे स्टेशन के रिडेवलपमेंट के लfए एक Developer Consortium का चयन किया है। इस कंसोर्टियम में M/s Bansal Construction Works Pvt. Ltd. लीड मेंबर के रूप में शामिल है। इसके साथ ही कंसोर्टियम मेंबर के रूप में M/s Prakash Asphaltings & Toll Highways (India) Ltd. शामिल है। इसे जर्मनी के Heidelberg रेलवे स्टेशन के तर्ज पर विकसित किया गया है। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर जो कामर्शियल डेवलपमेंट हुआ है। उसका लीज पीरियड 45 साल के लिए है। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन का ऑपरेशन एंड मेंटनेंस भी इस समय प्राइवेट पार्टी के पास ही है। इसकी अविध कुल आठ साल की है। इनमें तीन साल की कंस्ट्रक्शन अवधि और पांच साल की बाद की अवधि शामिल है।
इसी तरह इन स्टेशनों को भी तैयार किया जाएगा
इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन इस समय 8 रेलवे स्टेशनों का रिडेवलपमेंट कर रहा है। इनमें चंडीगढ़, भोपाल का रानी कमलापति, पुणे का शिवाजीनगर, नई दिल्ली के बिजवासन, आनंद विहार, गुजरात का सूरत, पंजाब का एसएएस नगर (मोहाली) और गुजरात का गांधीनगर शामिल है।
किस तरह की मिलती हैं सुविधाएं?
प्रावइेट स्टेशनों पर वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन जैसी सुविधा मिलने का दावा किया गया है। इनमें रेस्टोरेंट, शॉपिंग स्टोर, केटरिंग शॉप और पार्किंग शामिल है। इसके अलावा महिला यात्रियों के लिए अलग से कुछ अन्य सुविधाओं का भी जिक्र किया गया है। ट्रेनों की आवाजाही की जानकारी के लिए पूरे स्टेशन पर अलग-अलग भाषाओं के डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं। चौबीसों घंटे निगरानी रखने के लिए स्टेशन पर लगभग 160 CCTV कैमरे भी लगाए गए हैं।