हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत को अनगिनत श्रोताओं तक अपनी मशहूर आवाज में पहुंचाने वाले संगीत के सरताज उस्ताद राशिद खान (Ustad Rashid Khan) का मंगलवार की दोपहर कोलकाता के एक अस्पताल में प्रोस्टेट कैंसर के कारण निधन हो गया। राशिद खान पिछले चार साल से प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे। इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह 55 साल के थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटे और एक बेटी है ।
अस्पताल के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, "हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की, लेकिन हम असफल रहे। मंगलवार दोपहर करीब 3:45 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।" रामपुर-सहसवान घराने से ताल्लुक रखने वाले खान, घराने के संस्थापक इनायत हुसैन खान के पड़पोते थे।
खान के परिजनो के साथ खड़ी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "मैने उनके निधन के बारे में सुना। यह पूरे देश और पूरे संगीत जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। मुझे बेहद दुख है, क्योंकि मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि राशिद खान अब नहीं रहे।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि खान का अंतिम संस्कार बुधवार को होगा। इससे पहले उन्हें बंदूक से सलामी दी जाएगी और राजकीय सम्मान दिया जाएगा। बनर्जी ने कहा, "उनका पार्थिव शरीर आज मुर्दाघर में रखा जाएगा।"
ममता ने बताया कि खान के पार्थिव शरीर को कल बुधवार (10 जनवरी) को रवींद्र सदन ले जाया जाएगा, जहां उनके अनुयायी उन्हें श्रद्धांजलि दे सकते हैं। पिछले महीने सेरेब्रल अटैक के बाद संगीतकार की स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें लाइव सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। वह काफी दिनों से ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे।