वर्ल्ड बैंक की एक नई रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गई है कि ग्लोबल इकोनॉमी की स्पीड लिमिट साल 2030 तक तीन दशक में सबसे कम रह सकती है। वर्ल्ड बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि प्रोडक्टिविटी और लेबर सप्लाई को बढ़ावा देने, इनवेस्टमेंट को बढ़ावा देने के साथ सर्विस सेक्टर की क्षमताओं का बेहतर इस्तेमाल करना होगा।
Falling Long-Term Growth Prospects: Trends, Expectations, and Policies नाम की इस रिपोर्ट में कोरोनावायरस संक्रमण और रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद पोटेंशियल आउटपुट ग्रोथ रेट का बेहतर मूल्यांकन किया है।
वर्ल्ड बैंक ने अपनी रिपोर्ट में एक चिंताजनक ऑब्जर्वेशन पेश किया है। पिछले तीन दशकों में प्रगति और समृद्धि को बढ़ावा देने वाली लगभग सभी आर्थिक ताकतें कमजोर हो गई हैं।
इस गिरावट के बाद 2022-2030 के बीच एवरेज ग्लोबल पोटेंशियल GDP ग्रोथ में कमी आने की आशंका है। खासतौर पर इस सदी के पहले दशक में ग्रोथ एक तिहाई घटकर 2.2 फीसदी रह सकता है। यह ट्रेंड सिर्फ डिवेलप्ड इकोनॉमी तक ही सीमित नहीं है। डेवलपिंग देशों में भी ह्रोथ कम होने का अनुमान है। इस दशक के बाकी समयमें सालाना ग्रोथ 4 फीसदी रह सकती है। अगर ग्लोबल क्राइसिस आता है तो हालात और बिगड़ सकते हैं।