दुनिया के सबसे बड़े इनवेस्टर्स में से एक Ray Dalio ने इंडिया के बारे में कई अहम बातें कही हैं। उन्होंने कहा है कि अगले 10 साल तक इंडिया की इकोनॉमिक ग्रोथ 7 फीसदी रहेगी। तेज ग्रोथ के लिए इंडिया में सभी जरूरी चीजें मौजूद हैं। इसके लिए बड़ी संभावनाएं और प्रभावी नेतृत्व मौजूद है। चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के एक दिन बाद उन्होंने ये बातें कही हैं। इस मिशन से इंडिया चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। डेलियो ने चंद्रयान-3 की सफलता पर सोशल मीडिया साइट X (पहले नाम ट्विटर) पर पोस्ट लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि इंडिया का सफल लूनर मिशन इंडिया की प्रगति में एक और कड़ी है। डेलियो हेज फंड कंपनी Bridgewater Associates के को-फाउंडर हैं।
डेलियो के हेल्थ इंडेक्स में इंडिया पहले नंबर पर
डेलियो ने लिखा है कि मेरे हेल्थ इंडेक्स में देखा जा सकता है कि इंडिया का नाम सबसे ऊपर है। अगले 10 साल के दौरान इसका ग्रोथ रेट 7 फीसदी रहने का अनुमान है। इंडिया में वे सभी चीजें मौजूद हैं जो दिखाती हैं कि सही लीडरशिप के साथ इसके लिए बहुत बड़ी संभावनाएं हैं। डेलियो के हेल्थ इंडेक्स से पता चलता है कि अगले 10 साल में किस देश की ग्रोथ का क्या अनुमान है। दुनिया के इस दिग्गज निवेशक ने बताया है कि इंडिया को देख मुझे 1984 के चीन की याद आती है। यह डेंग शियाओ पिंग का वक्त था। उन्होंने चीन में कई रिफॉर्म्स किए थे। उन्होंने ऐसी पॉलिसीज बनाईं, जिनसे चीन की तस्वीर बदल गई।
इकोनॉमिक रिफॉर्म्स से चीन को हुआ था बड़ा फायदा
शियाओ पिंग 1978 से 1989 तक कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख रहे। उन्होंने इस दौरान चीन के लोगों को गरीबी से बाहर निकालने के लिए कई बड़े उपाय किए। इन उपायों से चीन की आर्थिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव आया। चीन की इकोनॉमिक ग्रोथ बहुत बढ़ गई। इससे न सिर्फ आर्थिक रूप से चीन की ताकत बढ़ी बल्कि यह वैश्विक मंच पर भी अपनी बड़ी जगह बनाने में कामयाब हो गया। डेलियो ने चीन में करीब 3 अरब डॉलर का निवेश किया है। फॉर्च्यून मैगजीन के मुताबिक, डेलियो का मानना है कि चीन को अब अपनी इकोनॉमी में बड़ा बदलाव करने की जरूरत है।
बड़े बदलाव के लिए मोदी की तारीफ
डेलियो ने एक लिंक्डइन पोस्ट में लिखा है कि जहां तक चीन की इकोनॉमी में कर्ज का मसला है तो इसके लिए बड़े डेट रिस्ट्रक्चरिंग की जरूरत है। 1990 के दशक में झू रोंगजी ने बड़ी डेट रिस्ट्रक्चरिंग की थी। इस बार उससे बड़ी रिस्ट्रक्चरिंग की जरूरत है। जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान डेलियो ने उनसे मुलाकात की थी। उन्होंने मोदी की प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा था कि उनके नेतृत्व में इंडिया में बहुत बड़ा बदलाव आ रहा है। उन्होंने शियाओ पिंग और मोदी में समानता की बात कही थी।