ज्वार-बाजरा जैसे मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है। अब सरकार इसके आटे से बनी चीजों पर जीएसटी जीरो करने की तैयारी में है। यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मनीकंट्रोल को मिली है। जानकारी के मुताबिक केंद्र और राज्यों का ज्वाइंट फोरम गुड्स एंड सर्विस टैक्स काउंसिल (GST Council) इस पर विचार कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो मिलेट्स यानी ज्वार, बाजरा और कोदों जेसै मोटे अनाज से बनी चीजों पर जीएसटी 18 फीसदी से घटकर शून्य हो जाएगी। केंद्र सरकार मोटे अनाजों को बढ़ावा दे रही है क्योंकि इनमें न सिर्फ पोषक तत्व अधिक हैं बल्कि इनकी उपज में कम पानी और खाद की जरूरत भी पड़ती है।
GST Free के लिए ये शर्त करनी होगी पूरी
सूत्र ने जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक मोटे अनाज के आटे से बनी चीजें जिसमें वजन के हिसाब से कम सम कम 70 फीसदी मोटा अनाज यानी मिलेट्स ही हो, उस पर ही जीएसटी शून्य की जाएगी। हालांकि इसके लिए यह भी जरूरी होगा कि इन्हें बिना पैकेट और लेबल के बेचे जाएं। पैकेट और लेबल के साथ बेचने पर भी राहत मिलेगी और जीएसटी की दर 18 फीसदी से घटाकर 12 फीसदी करने का प्रस्ताव है। सूत्र के मुताबिक इस प्रस्ताव पर 7 अक्टूबर को जीएसटी काउंसिल की बैठक में विचार किया जाएगा।
इस कारण दरों में कटौती का प्रस्ताव
मिलेट्स पर जीएसटी घटाने के प्रस्ताव पर जीएसटी परिषद की 49वीं और 50वीं बैठक में चर्चा हुई थी लेकिन इसे आगे के लिए टाल दिया गया था। काउंसिल के फैसले के मुताबिक मिलेट के आटे से बनी चीजों पर ही यह राहत मिलेगी। सूत्र के मुताबिक यह साल 2023 मिलेट्स यानी मोटे अनाजों का है तो जीएसटी फिटमेंट कमेटी ने दरों में कटौती की सिफारिश की थी।