GDP : नीति आयोग के पूर्व वाइस चेयरमैन राजीव कुमार का कहना है कि मौजूदा वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था करीब 6.5 फीसदी की दर से बढ़ेगी। उन्होंने आज 2 अक्टूबर को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले नौ साल में जो सुधार किए हैं, उससे देश की मैक्रो इकोनॉमिक स्थिति को फायदा हो रहा है। भारत की जीडीपी वृद्धि दर 2022-23 में 7.2 फीसदी रही थी, जो 2021-22 के 9.1 फीसदी से कम है।
भारत को 8 फीसदी से अधिक की वृद्धि की जरूरत: कुमार
कुमार ने यह भी कहा कि भारत को 8 फीसदी से अधिक की वृद्धि की जरूरत है और देश ऐसा करने में सक्षम है। देश की युवा आबादी की आकांक्षाओं को पूरा करने और अपने कार्यबल के लिए पर्याप्त नौकरियां पैदा करने के लिए आर्थिक वृद्धि को इस स्तर पर लाना जरूरी है।
उन्होंने आगे कहा, "मेरा अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहेगी। मुझे लगता है कि हम अगले कुछ साल इस वृद्धि दर को आसानी से बनाए रख सकते हैं।”
रिजर्व बैंक का ये है अनुमान
भारतीय रिजर्व बैंक के अनुमान के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5 फीसदी रह सकती है। कुमार ने आगे कहा कि भारत का चालू खाता घाटा संभाला जा सकता है और देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 11 महीने के आयात को पूरा करने के लिए पर्याप्त है और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश जारी है।