GST collection: अक्टूबर में कुल GST वसूली 1.52 लाख करोड़ रुपए रही है। GST लागू होने के बाद से दूसरी बार GST वसूली 1.50 लाख करोड़ रुपए के पार रही। वहीं, लगातार 8वें महीने GST वसूली 1.40 लाख करोड़ रुपए के पार रही है। ये देश की इकोनॉमी में आ रही रिकवरी का संकेत है। बता दें कि अप्रैल 2022 में जीएसटी कलेक्शन 1.68 लाख करोड़ रुपये था। अक्टूबर 2021 में जीएसटी कलेक्शन 1.30 लाख करोड़ रुपये और सितंबर 2022 में 1.42 लाख करोड़ रुपये था।
अक्टूबर में सेंट्रल जीएसटी 26,039 करोड़ रुपये रही है। जबकि स्टेट जीएसटी 33396 करोड़ रुपये पर रही है। इंटीग्रेटेड (एकीकृत) जीएसटी 81778 करोड़ रुपये और सेस (उपकर) 10505 करोड़ रुपये रहा है।
अब तक का दूसरा सबसे बड़ा मंथली कलेक्शन
फाइनेंस मिनिस्ट्री ने अपने बयान में कहा है कि “अक्टूबर 2022 का जीएसटी कलेक्शन अब तक का दूसरा सबसे बड़ा मंथली कलेक्शन है। इसके पहले अप्रैल 2022 में अब तक का सबसे बड़ा जीएसटी कलेक्शन देखने को मिला था। यह दूसरी बार है जब कुल जीएसटी कलेक्शन 1.50 लाख करोड़ रुपए के स्तर के पार गया है”।
सरकार ने इंटीग्रेटेड (कुल) जीएसटी में से 37626 करोड़ रुपये सेंट्रल जीएसटी के और 32883 करोड़ रुपये स्टेट जीएसटी के लिए तय किये हैं। इसने केंद्र और राज्यों के बीच 50:50 के अनुपात में तदर्थ आधार पर 22,000 करोड़ रुपये का सेटलमेंट किया है। इस सेटलमेंट के बाद, अक्टूबर में केंद्र और राज्यों का कुल रेवेन्यू क्रमशः 74665 करोड़ रुपये और 77279 करोड़ रुपये रहा है।
कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के रेवेन्यू कलेक्शन में 14 फीसदी से कम ग्रोथ, नहीं मिलेगा मुआवजा
अक्टूबर में एक तरफ तो कुल जीएसटी कलेक्शन में सालाना आधार पर मजबूत बढ़त देखने को मिली है। वहीं दूसरी तरफ कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के रेवेन्यू कलेक्शन में 14 फीसदी से कम ग्रोथ देखने को मिली है। कुल मिलाकर, 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अक्टूबर महीने के जीएसटी कलोक्शन में 14 फीसदी से कम की बढ़त देखने को मिली। कई राज्यों के जीएसटी वसूली में साल दर साल आधार पर गिरावट देखने को मिली है।
बता दें कि प्रोटेक्टेड जीएसटी रेवेन्यू अवधि के 30 जून को समाप्त हो जाने के साथ ही। अब उन राज्यों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा जिनका जीएसटी कलेक्शन पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में 14 फीसदी ज्यादा नहीं है।