सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics and Program Implementation) द्वारा 12 मई को जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत की रिटेल मंहगाई दर लगातार दूसरे महीने तेजी से गिरकर अप्रैल महीने में 18 महीने के निचले स्तर पर आ गई। अप्रैल 2023 में देश की रिटेल महंगाई दर (CPI)4.70 फीसदी पर रही है जो मार्च 2023 में 5.66 फीसदी पर थी। अप्रैल महीने की रिटेल महंगाी दर मोटे तौर पर अनुमानों के मुताबिक ही रही है। मनीकंट्रोल के पोल में अर्थशास्त्रियों ने रिटेल मंहगाई के 4.8 फीसदी तक गिरने का अनुमान लगाया था।
गौरतलब है कि पिछले दो महीनों में महंगाई में 174 बेसिस प्वाइंट की भारी गिरावट के बावजूद, यह लगातार 43वें महीने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 4 प्रतिशत के मध्यम अवधि के लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है।
अप्रैल में दालों की महंगाई दर मार्च के 4.33 फीसदी से बढ़कर 5.28 फीसदी पर रही है। महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में कपड़े और जूते की महंगाई 8.18 फीसदी से घटकर 7.47 फीसदी पर रही है। वहीं, हाउसिंग महंगाई दर मार्च के 4.96 फीसदी से घटकर 4.91 फीसदी पर रही है।
महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में बिजली और फ्यूल की महंगाई दर 8.91 फीसदी से घटकर 5.52 फीसदी पर रही है। वहीं, सब्जियों की महंगाई दर मार्च के -8.51 फीसदी से बढ़कर -6.50 फीसदी पर रही है। अप्रैल में शहरी महंगाई दर मार्च के 5.89 फीसी से घटकर 4.85 फीसदी पर आ गई है।
अप्रैल में ग्रामीण महंगाई दर मार्च के 5.51 फीसदी से बढ़कर 4.68 फीसदी पर रही है। वहीं, खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर मार्च के 4.79 फीसदी से घटकर 3.84 फीसदी पर रही है। अप्रैल में अप्रैल कोर CPI महीने दर महीने आधार पर 5.8 फीसदी से घटकर 5.2 फीसदी पर रही है।
आपको बता दें कि ये लगातार तीसरा महीना जब महंगाई दर में कमी आई है। इससे पहले मार्च 2023 में खुदरा महंगाई दर 5.66 फीसदी और एक साल पहले अप्रैल महीने में 7.79 प्रतिशत रही थी। अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई दर अक्टूबर 2021 के बाद सबसे निचले स्तर पर है उस समय यह 4.48 प्रतिशत रही थी।
इसके साथ ही यह लगातार दूसरा महीना है जब कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) पर आधारित मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के टोलरेंस रेंज में है।आरबीआई को मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है।रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 में खुदरा मुद्रास्फीति के 5.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।