Chara Bank: केंद्र सरकार अब देश में चारा बैंक बनाने की तैयारी कर रही है। इससे जानवरों को फायदा होगा। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशु पालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पशुधन आबादी की खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए देश के चारो दिशाओं में कम से कम एक चारा बैंक बनाने पर जोर दिया है। इस बारे में पिछले दिनों हुई कैबिनेट मीटिंग में इसकी मंजूरी भी मिल गई है। ऐसे में गाय, भैंस, बैल, ऊंट, गधा, घोड़ा जैसे सभी जानवरों की आबादी के हिसाब से चारा बैंक बनाए जाएंगे।
लॉजिस्टिक सुविधाओं के साथ-साथ चारा बैंकों को भी वैज्ञानिक तरीके से बनाए जाएंगे। रुपाला ने दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित चार संगोष्टी को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह हम मनुष्यों के लिए खाद्य सुरक्षा के बारे में सोचते हैं। उसी तरह हमें पशुधन के बारे में भी सोचने की जरूरत है।
चारा बैंक से किसानों को होगा फायदा
केंद्र सरकार का मकसद है कि आने वाले दिनों में किसानों के लिए पशुधन एक कमाई का जरिया बने। लिहाजा जानवरों के लिए पौष्टिक चारे की जरूरत पड़ेगी। वहीं सरकार पशुधन के बारे में एक नई नीति भी लाने की तैयारी में है। सरकार का मकसद है कि श्वेत क्रांति के जरिए भारत में दुग्ध उत्पादन और ज्यादा बढ़ाना है। भारत पहले से ही दुग्ध उत्पादन के मामले में पूरी दुनिया में सबसे आगे हैं। देश में नस्ल सुधार कार्यक्रम और स्थानीय और स्वदेशी नस्लों के संरक्षण और ब्रीडर फार्मों, न्यूक्लियस फार्मों, आईवीएफ और सेक्स सॉर्टेड सीमेन तकनीक को तेजी से बढ़ावा देने को प्रोत्साहित करते हुए नस्ल सुधार की दिशा में विभाग काम कर रहा है।
राष्ट्रीय पशुधन मिशन की शुरुआत
सरकार पशुओं के रोगों से निपटने की तैयारी कर रही है। इसके लिए वैक्सीनेशन जैसे तमाम उपाय किए गए हैं। इसी कड़ी सरकार ने चारे की उपलब्धता और उत्पादन में बढ़ावा के मकसद से चारा बैंक की पहल शुरू कर दी है। चारे की कमी की समस्या खत्म करने के लिए सरकार की ओर से ‘राष्ट्रीय पशुधन मिशन’ योजना की शुरुआत की जाएगी।