Diabetes एक तेजी से बढ़ती गंभीर बीमारी है। इत्तेफाक से डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है। यह बीमारी अग्नाशय को प्रभावित करती है। जिससे वो इंसुलिन नामक हार्मोन को बनाना कम कर देता है या बना नहीं पाता है। यह हार्मोन ब्लड में शुगर कंट्रोल (Blood Sugar) करने का काम करता है। टाइप 2 डायबिटीज को लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करके कंट्रोल किया जा सकता है। चिंता की बात यह है कि अधिकतर लोगों को डायबिटीज के लक्षणों की जानकारी नहीं होती है। ऐसे में ये बीमारी शरीर में पनपती रहती है और धीरे-धीरे गंभीर रूप ले लेती है। आप यूरिन के लक्षणों से भी डायबिटीज की पहचान कर सकते हैं।
डायबिटीज के कई लक्षण हैं। जिनमें थकान, धुंधला दिखाई देना, बेवजह वजन घटना, ज्यादा भूख लगना, घाव का जल्दी ठीक नहीं होना, जल्दी इन्फेक्शन होना, मसूड़ों में सूजन और खून आना, आपके हाथों या पैरों में झुनझुनी या सुन्न होना है। इन सब के अलावा डायबिटीज के पेशाब से जुड़े भी कई लक्षण हैं। जिनसे आपको पता चल सकता है कि आप डायबिटीज की चपेट में आ गए हैं।
बार बार पेशाब जाना हो सकते हैं शुगर के लक्षण
APM आयुर्वेद कॉलेज मुंबई के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हेमंत पराडकर (Dr Hemant Paradkar), MD, का कहना है कि अगर आप बार-बार पेशाब करने जा रहे हैं तो यह डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर रात में कई बार पेशाब करने के लिए उठना पड़ रहा है तो यह काफी हद तक निश्चित हो जाता है कि आप डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं। अगर आप कुछ दिनों से अचाक ऐसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ऐसी स्थिति में शुगर का टेस्ट कराना बहुत जरूरी हो जाता है। शुगर टेस्ट से ही इसकी पुष्टि की जा सकती है।
डायबिटीज का सीधा असर किडनियों पर पड़ता है। इससे आपको किडनी से जुड़े रोग हो सकते हैं। ऐसा होने से आपके पेशाब में प्रोटीन जमा हो सकता है। पेशाब में प्रोटीन बढ़ने से आपके पेशाब का रंग बदल सकता है। हालांकि इससे डायबिटीज की पुष्टि करना कम संभव है।
डायबिटीज से ऐसे करें बचाव
1 - खानपान का ध्यान रखें।
2 - रोजाना एक्सरसाइज करें।
4 - शुगर लेवल की जांच कराते रहें।
5 - रात में देर से न सोएं। जल्दी सोएं और जल्दी जगें।
6 - अपने वजन को कंट्रोल में रखें।