डायबिटीज दुनियाभर में तेजी से फैल रही है। करोड़ों की तादाद में लोग इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं। डायबिटीज से परेशान लोगों को ब्लड शुगर बढ़ जाता है। जिसे जिंदगी भर कंट्रोल करने की जरूरत रहती है। डायबिटीज किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। जिन लोगों में अत्यधिक मोटापा रहता है। फिजिकल एक्टिविटी बेहद कम रहती है। उन्हें डायबिटीज का खतरा ज्यादा रहता है। शुरुआती दौर में लोग डायबिटीज को समझ नहीं पाते हैं। यह साइलेंट किलर बीमारी होती है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि शरीर में नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल कितना होता है?
प्री डायबिटीज या डायबटिक होने पर मरीज में कई तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं। इसमें बार-बार प्यास लगना, मुंह सूखना, घाव का देरी से भरना, बार-बार यूरिन डिस्चार्ज होना जैसी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
किस उम्र में कितना होना चाहिए ब्लड शुगर लेवल?
APM आयुर्वेद कॉलेज मुंबई के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हेमंत पराडकर (Dr Hemant Paradkar), MD, का कहना है कि फास्टिंग ब्लड शुगर का नॉर्मल रेंज 80-100 के बीच माना जाता है। अगर यह 100 से 125 है तो इसे प्री डायबेटिक माना जाता है। अगर यह 126 mg/dL से ज्यादा होता है, तो इसे डायबिटिक माना जाता है। हालांकि इसके लिए HbA1c टेस्ट के जरिए कन्फर्म किया जाता है। बता दें कि HbA1c टेस्ट में 3 महीने की डायबिटीज की रिपोर्ट आ जाती है। जिसमें यह तय होता है कि मरीज डाबिटीज का शिकार है या नहीं। वहीं 40 से 60 साल के उम्र के लोगों को प्री डायबिटीज के लक्षणों से हमेशा सावधान रहना चाहिए। HbA1c टेस्ट में अगर 5.7 फीसदी 6.4 फीसदी है तो प्री डायबिटिक के शिकार हो सकते हैं। इससे ज्यादा होने पर डायबिटीज से पीड़ित माना जाता है।
शुगर को कैसे करें कंट्रोल
अगर आपको डायबिटीज की बीमारी है तो हर हाल में शुगर लेवल को कंट्रोल करना होगा। इसके लिए आप फिजिकल एक्टिविटीज बढ़ा सकते हैं। अगर रोजाना टहलने की आदत डालते हैं सेहत के लिए काफी अच्छा रहेगा। जहां तक डाइट की बात है तो आप ऑयली फूड, मीठी चीजें, प्रोसेस्ड फूड आइट्म से जितना हो सके दूर रहना चाहिए।