Diabetes: दुनिया भर में डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। भारत में इसके मरीज और तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत को डायबिटीज की राजधानी भी कहा जाने लगा है। खराब लाइफ स्टाइल और बिगड़ती लाइफ स्टाइल से डायबिटीज के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। यह एक ऐसी मेडिकल कंडीशन है। जिसमें ब्लड शुगर कम या हो ज्यादा होने लगता है। इससे शरीर के अन्य अंगों के लिए खतरा पैदा हो जाता है। ऐसे में आप काले लहसुन का सेवन कर सकते हैं। यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी वायरल गुण पाए जाते हैं। यह शुगर लेवल को अधिक नहीं बढ़ने देता है। सफेद लहसुन की तरह काला लहसुन भी सेहत के लिए फायदेमंद माना गया है।
दरअसल काला लहसुन सफेद यानी सामान्य लहसुन ही होता है। इसे फर्मेंट करके बनाया जाता है। जिसके चलते इसका रंग काला और स्वाद हल्का मीठा हो जाता है। लहसुन को काला बनाने के लिए कम से कम 2 हफ्तों में अलग-अलग तापमान में फर्मेंट किया जाता है। इसको तब तक पकाया जाता है जब तक की इसका छिलका भूरा और गार्लिक का रंग काला न हो जाए।
डायबिटीज के लिए काला लहसुन है रामबाण
काले लहसुन का इस्तेमाल काफी सालों से साउथ कोरिया, जापान और थाइलैंड समेत कई एशियाई देशों में खाना बनाते समय किया जाता है। काले लहसुन में फाइबर, आयरन, प्रोटीन, विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट और कैल्शियम समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके सेवन से आप इन समस्याओं से बच सकते हैं। काला लहसुन शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। यह शरीर में इंसुलिन की मात्रा में सुधार करता है। शरीर में शुगर का हाई लेवल किडनी की समस्याएं, संक्रमण और हार्ट रोग का जोखिम बढ़ सकता है। काले लहसुन के सेवन से ये समस्याएं नहीं होती हैं।
काले लहसुन हार्ट के लिए है फायदेमंद
कई रिसर्च के मुताबिक काला लहसुन शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रोल के स्तर को ठीक करता है। वहीं इसके सेवन से ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। जिससे आप हृदय रोग के खतरे से बच सकते हैं। इसके अलावा यह हार्ट ब्लॉकेज से बचाने में भी मदद कर सकता है।
कुछ रिसर्च में कहा गया है कि काले लहसुन के अर्क में एंटीकैंसर गुण होते हैं। जिससे शरीर में कैंसर सेल्स बढ़ने के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है। फिलहाल अभी इस बारे में ज्यादा रिसर्च की जरूरत है।