China Pneumonia: चीन में बढ़ते निमोनिया के बीच भारत ने कड़ी की निगरानी, केंद्र ने राज्यों से तत्काल तैयारियों की समीक्षा करने को कहा

China Pneumonia: इसमें अस्पताल में बेड की उपलब्धता, इन्फ्लूएंजा के लिए दवाएं और वैक्सीन, मेडिकल ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स, PPE, टेस्टिंग किट, ऑक्सीजन प्लांट और वेंटिलेटर की कार्यक्षमता, और स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों पर इंफेक्शन कंट्रोल जुड़े कामकाज की समीक्षा करने को कहा गया है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 'Covid-19 के संदर्भ में संशोधित निगरानी रणनीति के लिए ऑपरेशनल गाइडलाइंस' लागू करने के लिए कहा गया है

अपडेटेड Nov 26, 2023 पर 3:51 PM
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China Pneumonia: चीन में बढ़ते निमोनिय के बीच भारत ने कड़ी की निगरानी

China Pneumonia: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन (China) में निमोनिया (Pneumonia) के बढ़ते मामलों के चलते सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें पब्लिक हेल्थ और अस्पताल की तैयारियों के उपायों की तुरंत समीक्षा करने की सलाह दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में उन्हें स्वास्थ्य विभाग में तैयारियों के उपायों की सीनियर लेवल पर तुरंत समीक्षा करने की सलाह दी।

इसमें अस्पताल में बेड की उपलब्धता, इन्फ्लूएंजा के लिए दवाएं और वैक्सीन, मेडिकल ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स, PPE, टेस्टिंग किट, ऑक्सीजन प्लांट और वेंटिलेटर की कार्यक्षमता, और स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों पर इंफेक्शन कंट्रोल जुड़े कामकाज की समीक्षा करने को कहा गया है।

सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 'Covid-19 के संदर्भ में संशोधित निगरानी रणनीति के लिए ऑपरेशनल गाइडलाइंस' लागू करने के लिए कहा गया है।


बच्चों और किशोरों में आने वाले ममलों पर खासा जोर

ये दिशानिर्देश इस साल की शुरुआत में जारी किए गए थे। इसमें इंटीग्रेटेडकी पैथोजन्स की निगरानी की जाती है, जो इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) या गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) के रूप में सामने आते हैं।

उन्हें इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP) की जिला और राज्य निगरानी इकाइयों की तरफ से ILI/SARI के रुझानों, खासकर बच्चों और किशोरों के रुझानों की कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है।

ILI/SARI का डेटा IDSP-IHIP पोर्टल पर अपलोड किया जाना है, खासतौर से मेडिकल कॉलेज अस्पतालों समेत सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों से।

स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है, जिससे संकेत मिलता है कि किसी भी तरह की चिंता बढ़ाने की जरूरत नहीं है।

राज्यों को बच्चों और किशोरों पर विशेष ध्यान देने के साथ SARI के साथ आने वाले रोगियों के नाक और गले के स्वैब भेजने के लिए भी कहा गया है।

रेस्पिरेटरी पैथोजन्स के परीक्षण के लिए स्वैब को राज्यों में स्थित वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लेबोरेटरीज (VRDL) में भेजा जाएगा।

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किसी भी संभावित स्थिति को पैदा होने से रोकने के लिए एहतियाती और सक्रिय तरीके से इन उपायों को तत्काल प्रभाव से लागू किया जा रहा है। इससे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई भी सुनिश्चित होगी।

हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने जानकारी साझा की थी, जिसमें बताया गया था कि उत्तरी चीन के कुछ हिस्सों में सांस की बीमारी में बढ़ोतरी हुई है। इस बढ़ोतरी के पीछे इन्फ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया, SARS-CoV-2 को कारण माना गया।

WHO ने कहा है कि सर्दी के मौसम के आगमन के समय, सांस से जुड़ी बीमारियों की पहले से मौजूद साइक्लिक ट्रेंड के अलावा, Covid-19 प्रतिबंधों को हटाने से ये बढ़ोतरी हुई है।

हालांकि WHO ने चीन के अधिकारियों से अतिरिक्त जानकारी मांगी है, लेकिन आकलन किया जा रहा है कि फिलहाल किसी भी तरह की चिंता की कोई वजह नहीं है।

स्वास्थ्य मंत्रालय का निर्णय मौजूदा सर्दी और इन्फ्लूएंजा के मौसम को देखते हुए एक महत्वपूर्ण उपाय है, जिसके परिणामस्वरूप सांस से जुड़ी बीमारी के मामलों में बढ़ोतरी होती है।

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First Published: Nov 26, 2023 3:48 PM

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