सितंबर तिमाही में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 1,305.59 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को 329.36 करोड़ का नुकसान हुआ था। संबंधित अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 13.20 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 29,712.07 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी का रेवन्यू 26,246.34 रुपये था।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 850 करोड़ रुपये रहने का अनुमान था, जबकि रेवन्यू 26,431.30 करोड़ रुपये रहने की संभावना जताई गई थी। कंपनी के दोनों आंकड़े अनुमानों से बेहतर रहे हैं। संबंधित अवधि में कंपनी के भिलाई प्लांट ने सबसे ज्यादा रेवेन्यू हासिल किया। भिलाई प्लांट का रेवेन्यू सालाना 45 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 10,064.20 करोड़ रुपये रहा। इसके बाद क्रमशः राउरकेला और बोकारो प्लांट का नंबर रहा। दोनों प्लांट्स का रेवेन्यू क्रमशः 7,178.89 रुपये और 6,876.85 करोड़ रुपये था।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Kotak Institutional Equities) ने हाल में कंपनी के शेयरों को 'सेल' रेटिंग दी थी और इसके लिए 50 रुपये का टारगेट प्राइस किया था, जो करेंट मार्केट प्राइस से काफी कम है। कोकिंग कोल की कीमतो में बढ़ोतरी कंपनी के लिए जोखिम की तरह है। हाल में खबर आई थी कि लागत कम करने के लिए स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड रूस से कोकिंक कोल की खरीदारी बढ़ाने की तैयारी में है।