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Paytm Payments Bank के बोर्ड में फेर-बदल से नहीं मिलेगी राहत, बडे़-बड़े बैंकों के अधिकारियों ने बताई वजह

Paytm Crisis: RBI ने पिछले महीने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर नए डिपॉजिट्स लेने और क्रेडिट ट्रांजैक्शंस पर रोक लगा दिया। इस कार्रवाई के करीब एक महीने पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने हाल ही में पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) को छोड़ दिया। हालांकि कई बड़े-बड़े बैंकों के सीनियर बैंकर्स के मुताबिक अब काफी लेट हो चुका है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Feb 28, 2024 पर 12:28 PM
Paytm Payments Bank के बोर्ड में फेर-बदल से नहीं मिलेगी राहत, बडे़-बड़े बैंकों के अधिकारियों ने बताई वजह
Paytm Crisis: पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने हाल ही में पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) को छोड़ दिया। इसके अलावा पेटीएम पेमेंट्स बैंक का नया बोर्ड बना है जिसमें कुछ स्वतंत्र निदेशकों को शामिल किया गया है।

Paytm Crisis: पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने हाल ही में पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) को छोड़ दिया। इसके अलावा पेटीएम पेमेंट्स बैंक का नया बोर्ड बना है जिसमें कुछ स्वतंत्र निदेशकों को शामिल किया गया है। हालांकि कई बैंकर्स का मानना है कि केंद्रीय बैंक RBI पर इसका खास असर नहीं पड़ेगा क्योंकि इस फैसले को लेने में काफी देरी हो गई। मनीकंट्रोल से बातचीत में RBI के एक सूत्र ने कहा कि कंपनी यह दिखानी चाहती है कि RBI की कार्रवाई के बाद यह सुधार कर रही है लेकिन पेटीएम पेमेंट्स बैंक को फिलहाल इससे कोई राहत मिलने वाली नहीं है।

Paytm Crisis पर क्या कहना है बैंकर्स का

प्राइवेट सेक्टर के एक बड़े बैंक के डिजिटल हेड का कहना है कि RBI अपने फैसलों पर तब तक दोबारा विचार नहीं करता है, जब तक नियमों का पालन नहीं हो जाता है। आरबीआई ने SBI और HDFC बैंक जैसे दिग्गज बैंकों और मास्टरकार्ड (MasterCard) और अमेरिकन एक्सप्रेस (American Express) जैसे दिग्गज कार्ड नेटवर्क्स को भी नहीं बख्शा था।

पब्लिक सेक्टर के एक बड़े बैंक सीनियर बैंकर का कहना है कि विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक से हटने का फैसला बड़ी देर से लिया। जब कंप्लॉयंस का मामला उठा था और RBI ने इस पर चार तक नए ग्राहक जोड़ने से रोक लगाया था, तभी इसे पर्याप्त सिग्नल के रूप में देखना चाहिए था। यह मामला पूरी तरह से नियमों का पालन नहीं करने और नियामक RBI को गंभीरता से नहीं लेने का है।

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