पेटीएम (Paytm) ब्रांड की पैरेंट कंपनी वन97 कम्यूनिकेशंस और निजी सेक्टर के बैंक Axis Bank ने हाथ मिलाया है। दोनों मिलकर इस हफ्ते नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के पास UPI बिजनेस के लिए थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर (TPAP) के लिए आवेदन करेंगे। वन97 कम्यूनिकेशंस और एक्सिस बैंक मोबाइल प्लेटफॉर्म यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के लिए इसकी रेगुलेटिंग बॉडी एनपीसीआई से बातचीत कर रहे हैं। इस मामलें में एप्लीकेशन जल्द ही दाखिल हो सकता है और उम्मीद की जा रही है कि NPCI इस प्रक्रिया को फटाफट पूरा करेगा ताकि आम लोगों को यूपीआई भुगतान के लिए पेटीएम ऐप का उपयोग करने में किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े।
Paytm को क्यों करनी पड़ रही Axis Bank से साझेदारी
केंद्रीय बैंक RBI ने पिछले महीने One97 की सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अहम बैंकिंग कारोबार पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके चलते वन97 को अपने यूपीआई कारोबार को बनाए रखने के लिए दूसरे बैंकों के साथ साझेदारी के लिए मजबूर होना पड़ा। RBI ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खातों से निकासी के अलावा बाकी सभी बैंकिंग सर्विसेज को 29 फरवरी के बाद रोकने का आदेश दिया है। अभी यानी RBI का प्रतिबंध प्रभावी होने तक पेटीएम पेमेंट्स बैंक वन97 के लिए PSP बैंक के तौर पर काम कर रहा है। इसके प्लेटफॉर्म पर करीब 9 करोड़ यूपीआई यूजर्स हैं।
अधिकतर यूपीआई ऐप्स जैसे कि फोनपे, गूगलपे, क्रेड और एमेजॉन पे TPAP (थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर्स) हैं और यूपीआई लेन-देन के लिए इन्हें PSP बैंक साझेदारी करनी होती है। वहीं पेटीएम को ऐसा करने की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि पेटीएम पेमेंट्स बैंक खुद बैंक है यानी कि यूपीआई पेमेंट्स के लिए पेटीएम ऐप एक तरह से पेटीएम पेमेंट्स बैंक के मोबाइल बैंकिंग ऐप की तरह काम कर रहा है। हालांकि RBI की कार्रवाई के बाद अब सब बदल गया।
क्या बदल जाएगा साझेदारी से
पेटीएम ने यस बैंक, HDFC बैंक, ICICI बैंक और केनरा बैंक समेत कई और बैंकों के बातचीत की लेकिन इनके साथ बात बन नहीं पाई। वहीं एक्सिस बैंक के साथ पिछले हफ्ते पेटीएम ने एक साझेदारी कर लिया है जिसके तहत पेटीएम पेमेंट्स बैंक के सभी नोडल अकाउंट्स एक्सिस बैंक को ट्रांसफर होंगे। अब NPCI के लिए यह एक्सिस बैंक के साथ जो एप्लीकेशन दाखिल करेगा, उसे मंजूरी मिल जाती है तो यह भी गूगल पे, एमेजॉन पे इत्यादि की तरह TPAP के तौर पर काम करने लगेगा। हालांकि इनमें सबसे बड़ा रिस्क ये होता है कि पेमेंट्स की स्पीड और पेमेंट्स फेल्योर को कम से कम करने के लिए PSP बैंकों पर निर्भर रहते हैं। फोनपे और गूगल पे ने रिस्क को कम से कम रखने के लिए कम से कम तीन बैंकों के साथ साझेदारी किया हुआ है।