इंफो एज (Info Edge) के फाउंडर संजीव भिखचंदानी का कहना है कि बाजार तब तक नुकसान में चलने वाली स्टार्टअप्स को लेकर सावधनी बरतेगा, जब तक उनमें मुनाफे को लेकर कोई साफ तस्वीर सामने नहीं आ जाए। पिछले तीन साल में कई स्टार्टअप्स के IPO को काफी ठंडी प्रतिक्रिया मिली है, लिहाजा एनालिस्ट्स ने वैल्यूएशंस और परफॉर्मेंस को लेकर सवाल उठाए हैं। बहरहाल, हाल में इसमें कुछ सुधार देखने को मिला है।