एडटेक स्टार्टअप Byju's की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब स्टार्टअप के खिलाफ
एडटेक स्टार्टअप Byju's की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब स्टार्टअप के खिलाफ
विदेशी ऋणदाताओं ने भारत में दिवालिया याचिका (Insolvency Petition) दायर की है। यह बात मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों ने कही है। इन लेंडर्स का कुल मिलाकर Byju's के 1.2 अरब डॉलर के टर्म लोन में 85 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है। मामले की जानकारी रखने वालों ने बताया कि बैंकरप्सी पिटीशन इस सप्ताह की शुरुआत में नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) की बेंगलुरु बेंच के समक्ष दायर की गई।
Byju's ने कहा है कि एनसीएलटी के समक्ष ऋणदाताओं द्वारा दायर की गई याचिका प्रीमैच्योर और आधारहीन है। स्टार्टअप ने एक जवाब में कहा, ‘जैसा कि हमने पहले कहा है, टर्म लोन में तेजी लाने सहित ऋणदाताओं के एक्शंस की वैधता कई प्रोसिडिंग्स में पेंडिंग और अंडर चैलेंज है। इसमें न्यूयॉर्क सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामले भी शामिल हैं।’ Byju's ने यह भी कहा कि ऋणदाताओं ने ऐसे समय पर यह याचिका दायर की है, जब स्टार्टअप राइट्स इश्यू के माध्यम से पैसे जुटाने की तैयारी में है।
नवंबर 2021 में लिया था टर्म लोन
Byju's और ऋणदाताओं के बीच फंड के इस्तेमाल को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। नवंबर 2021 में बायजू ने ऋणदाताओं से 1.2 अरब डॉलर की टर्म लोन सुविधा (TLB) हासिल की। इसके तुरंत बाद लेंडर्स और स्टार्टअप में असहमति पैदा हो गई। टीएलबी वैश्विक संस्थागत निवेशकों द्वारा जारी एक सीनियर सिक्योर्ड सिंडिकेटेड क्रेडिट फैसिलिटी है। आमतौर पर टीएलबी से प्राप्त आय का इस्तेमाल या तो मौजूदा ऋण की रिफाइनेंसिंग या कंपनी की पेशकश को बढ़ाने के लिए विदेश में अधिग्रहण करने के लिए किया जाता है।
जुलाई 2023 में Byju's ने 3 अगस्त 2023 तक प्राइसिंग और लोन टेनर सहित लोन की शर्तों में संशोधन करने के लिए ऋणदाताओं की संचालन समिति के साथ एक समझौता किया था। ऋणदाताओं ने बैंकरप्सी दावों को आगे बढ़ाने के लिए एक प्रमुख लॉ फर्म को नियुक्त किया है और Byju's को नोटिस भेजा है।
कानूनी प्रक्रिया की शुरुआत वित्तीय ताकत को नहीं दर्शाती
Byju's ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया की शुरुआत उसकी वित्तीय ताकत या भुगतान दायित्वों को पूरा करने की क्षमता को नहीं दर्शाती है। सितंबर 2023 में Byju's ने कहा कि उसने टीएलबी के माध्यम से जुटाए गए पैसे को उच्च श्रेणी के फिक्स्ड इनकम एसेट्स में लगाया।
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंसऔर अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।