संकटग्रस्त एडटेक स्टार्टअप Byju's अपने 158 करोड़ रुपये के स्पॉन्सरशिप बकाए को निपटाने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के साथ बातचीत कर रहा है। दोनों पक्षों के बीच अगले 6 से 8 माह में भुगतान की योजना पर एक डायरेक्शनल एग्रीमेंट हुआ है। यह जानकारी मनीकंट्रोल को Byju's के इंडिया चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर नितिन गोलानी से मिली है।
गोलानी ने कहा, ‘मोटे तौर पर हम BCCI के साथ बातचीत कर रहे हैं। एक भुगतान योजना पर एक डायरेक्शनल एग्रीमेंट हुआ है, जिस पर दोनों पक्ष एक तरह से सहमत हैं और अब हम इसी दिशा में काम करेंगे। हम अगले 6 से 8 महीनों में वे भुगतान करने में सक्षम होंगे। तो इस तरह हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि स्थिति नियंत्रण में है।’
BCCI (Board of Control for Cricket in India) ने पिछले साल के अंत में भारतीय क्रिकेट टीम की स्पॉन्सरशिप से जुड़े 158 करोड़ रुपये के बकाये को लेकर Byju's को इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड के तहत नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) में घसीटा था। Byju's ने शुरुआत में मार्च 2019 में 3 साल की अवधि के लिए BCCI के साथ जर्सी स्पॉन्सरशिप समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। फिर इस समझौते को एक साल के लिए बढ़ा दिया गया। बायजू ने सितंबर 2022 तक भुगतान किया था। विवाद अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 तक के भुगतान से संबंधित है। इस बकाए के लिए BCCI ने जनवरी 2023 में स्टार्टअप को डिमांड नोटिस भेजा था।
एक हफ्ते पहले Byju's के वकीलों ने कहा था कि स्टार्टअप ने BCCI के साथ अपने विवाद को मध्यस्थ के पास भेजने के लिए एक आवेदन दायर किया है। हालांकि NCLT ने राय दी है कि मध्यस्थता, इनासॅल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड 2016 के तहत BCCI की ओर से शुरू की गई कार्यवाही के रास्ते में नहीं आ सकती है। NCLT को आगे बताया गया कि Byju's इस समय विवाद को निपटाने के लिए BCCI के साथ बातचीत में लगा हुआ है।