इंडिया की सबसे बड़ी ऐड-टेक कंपनियों में से एक Byju's पिछले काफी समय से निगेटिव खबरों की वजह से चर्चा में रही है। इनमें कंप्लायंस और गवर्नेंस के मसले, वित्तीय गड़बड़ी, सैलरी का पेमेंट जैसे मसले शामिल हैं। इस दिग्गज स्टार्टअप पर पैसे नहीं चुकाने के आरोप हैं। इनवेस्टर्स ने कंपनी के खिलाफ कोर्ट में शिकायत की है। इस ऐड-टेक के ग्राहक भी सेवाओं से नाखुश हैं। यह एंप्लॉयीज का भरोसा हासिल करने में भी नाकाम रही है। इसका सीधा असर वैल्यूएशन पर पड़ा है। यह क्रैश कर गई है। अक्टूबर 2022 में वैल्यूएशन 22 अरब डॉलर थी। अब यह घटकर 20 करोड़ डॉलर रह गई है।
बायजू रवींद्रन को 2018 में मिला था अवॉर्ड
बायजूज में निवेश करने वालों का मानना है कि मौजूदा हालात के लिए इसके फाउंडर बायजू रवींद्रन जिम्मेदार हैं। रवींद्रन को 2018 में EY Entrepreneur of the Year Award मिला था। अगर वह अवॉर्ड लेने के लिए मंच पर जा सकते हैं तो उन्हें कंपनी की नाकामी की जिम्मेदारी भी लेनी होगी। ऐसा लगता है कि कंपनी के क्राइसिस में फंसने की बड़ी वजह रवींद्रन की सोच (Mindset) है। इस स्टार्टअप ने जो ऊंचाई छुआ था, जिस तरह की पहचान रवींद्रन को मिली थी, जितने लोग उनसे एक मुलाकात के लिए आते थे, यह सब भुलाया नहीं जा सकता। लेकिन, इस चकाचौंध के बीच रवींद्रन अपनी जिम्मेदारियों को भूलने लगे थे।
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कंपनी इनवेस्टर्स के प्रति अपनी जिम्मेदारियां पूरी नहीं कर सकी
इनवेस्टर्स, एंप्लॉयीज, कस्टमर्स, लेंडर्स, पार्टनर्स ये सभी रवींद्रन की जिम्मेदारियां थे। यहां तक कि वह अपनी वैधानिक जिम्मेदारियों को भी भूल गए। उदाहरण के लिए वित्त वर्ष 2022-23 के रिजल्ट्स अब तक पेश नहीं किए गए हैं। वित्त वर्ष 2021-22 के रिजल्ट्स एक साल की देर के बाद नवंबर 2023 में पेश किए गए। इसकी क्या वजह है? किसी भी बिजनेस में बुनियादी बात अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करना है। बायजूज इस मोर्चे पर बार-बार असफल साबित हुई है। कंपनी 5 अरब डॉलर से ज्यादा निवेश करने वाले 120 से ज्यादा इनवेस्टर्स के प्रति अपनी जिम्मेदारियां पूरी नहीं कर पाई।
कंपनी कस्टमर्स और एंप्लॉयीज का भरोसा भी नहीं जीत सकी
पिछले करीब दो साल से कंपनी के कामकाज को लेकर चिंता पैदा करने वाली खबरें आ रही थीं। कंपनी को अपने कस्टमर्स, एंप्लॉयीज, इनवेस्टर्स, वेंडर्स और लेंडर्स की परवाह नहीं थी। कंपनी की सेल्स टीम पर झूठे वादों के साथ ग्राहकों को सेवाएं बेचने का दबाव था। बायूज रवींद्रन जैसे लोग बॉलीवुड फिल्मों के हीरो यानी वन मैन आर्मी की तरह लगते हैं। जिनके पास हर सवाल और समस्या का जादुई समाधान होता है। दुर्भाग्य यह है कि इस तरह के लोग स्टार्टअप और टेक्नोलॉजी से जुड़े लोग अपना आदर्शन मानते हैं।