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BharatPe को कॉरपोरेट मिनिस्ट्री ने भेजा नोटिस, Ashneer Grover से जुड़ा है मामला

फिनटेक यूनिकॉर्न भारतपे (BharatPe) को कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) से एक नोटिस मिला है। चार साल पुरानी कंपनी भारत पे वर्ष 2022 की शुरुआत में ही विवादों में घिर गई थी। उस समय इसके फाउंडर पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने नायका आईपीओ में अलॉटमेंट नहीं मिलने पर अनुचित भाषा का इस्तेमाल किया और कोटक ग्रुप के एक एंप्लॉयी को धमकी भी दी

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Feb 07, 2024 पर 8:45 AM
BharatPe को कॉरपोरेट मिनिस्ट्री ने भेजा नोटिस, Ashneer Grover से जुड़ा है मामला
चार साल पुरानी कंपनी BharatPe वर्ष 2022 की शुरुआत में ही विवादों में घिर गई थी। उस समय इसके फाउंडर पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने नायका आईपीओ में अलॉटमेंट नहीं मिलने पर अनुचित भाषा का इस्तेमाल किया और कोटक ग्रुप के एक एंप्लॉयी को धमकी भी दी।

फिनटेक यूनिकॉर्न भारतपे (BharatPe) को कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) से एक नोटिस मिला है। यह नोटिस इसे कंपनी की तरफ से फाउंडर अश्नीर ग्रोवर (Ashneer Grover) के खिलाफ शुरू की गई कानूनी कार्यवाही के बारे में जानकारी मांगने के लिए भेजा गया है। मनीकंट्रोल को सूत्रों के हवाले से जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक केंद्रीय मंत्रालय ने भारतपे से अश्नीर ग्रोवर के खिलाफ वे सभी सबूत मांगे हैं जो कंपनी ने दीवानी और आपराधिक मामले को लेकर अदालत में दाखिल किए हैं। बता दें कि यह मामला करीब दो साल से चल रहा है।

BharatPe का क्या कहना है?

इसे लेकर फिनटेक कंपनी भारतपे ने एक बयान जारी किया है। कंपनी का कहना है कि रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) ने लेटर भेजा है जिसमें कुछ अतिरिक्त जानकारियां मांगी गई है। मांगी गई ये जानकारियां चल रही जांच का एक हिस्सा है जो इंटर्नल गवर्नेंस रिव्यू के बाद शुरू हुई थी और जिसे कंपनी ने अपने ऑडिटेड रिजल्ट में सामने लाया था। कंपनी का कहना है कि वह अथॉरिटी के हरसंभव सहयोग कर रही है।

2022 की शुरुआत से ही चल रहा विवाद

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